मैच शुरू होेेते ही उजागर हुए थे बड़े बुकियों के नाम, वक्त रहते नहीं की गई कोई सक्रिय कार्रवाई

आईपीएल: सट्टे की चेन तोड़ने में नाकाम रही पुलिस

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-01 12:24 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

आईपीएल क्रिकेट सीजन की शुरुआत होते ही पुलिस ने बड़ी कार्रवाई कर कुछ सटोरियों को पकड़ा था। पकड़े गये सटोरियों से खुलासा हुआ था कि वे बड़े बुुकी दिलीप खत्री व बबला गुप्ता से लाइन लेकर सट्टा खिला रहे थे। इस जानकारी के बाद भी पुलिस इस लिंक को तोड़ने में नाकाम रही और इन बुकियों द्वारा पूरे सीजन में करोड़ों रुपए का कारोबार किया गया। जानकारों का कहना है कि लिंक का पता चलने पर पुलिस सटोरियों की चेन तोड़ देती तो काफी हद तक क्रिकेट सट्टे पर लगाम लगाया जा सकता था। कई लोग तबाह होने से बच सकते थे। सूत्रों के अनुसार आईपीएल सीजन के कुछ मैच ही हुए थे कि कोतवाली पुलिस ने देवेश विश्वकर्मा व अन्य सटोरियों को पकड़ा था। पूछताछ में आरोपियों द्वारा बताया गया था कि वे दिलीप खत्री व बबला गुप्ता से लाइन लेकर सट्टे का कारोबार कर रहे हैं। जाँच में पुलिस को पता चला कि उनके द्वारा सट्टा खिलाने के लिए स्वयं के एप बनाए गये हैं। इस जानकारी के बाद ऐसा लग रहा था कि सट्टा कारोबार की कमर टूट जाएगी लेकिन लिंक का पता लगाने के लिए जिस ईमानदारी से प्रयास किए जाने थे वैसे प्रयास नहीं किए गये, जिससे बुकियों का कारोबार निरंतर चलता रहा।

कलेक्शन एजेंट से मिली थी जानकारी

जानकारोंं के अनुसार ओमती पुलिस ने विगत 24 अप्रैल को भँवरताल के पास से नितिन पांडे नामक युवक को पकड़ा था। पुलिस ने उसके पास से करीब 5 लाख रुपये नकदी पकड़ी थी। पूछताछ में उसने कबूला था कि वह सटोरिया दिलीप खत्री के लिए काम करता है और सट्टे की रकम का कलेक्शन करता है। पुलिस उससे सख्ती से पूछताछ करती तो सट्टेबाज की लोकेशन का पता लगा सकती थी लेकिन पुलिस उसमें भी नाकाम रही।

नागपुर-मुंबई से चला कारोबार

जानकारों के अनुसार आईपीएल के इस सीजन के लिए सटोरिए पहले से तैयार थे और मैच के पहले ही शहर छोड़कर नागपुर व मुंबई चले गये थे। वहाँ से वे अपना कारोबार संचालित कर रहे थे। इसकी जानकारी पुलिस को भी लगी लेकिन उनके नेटवर्क को तबाह करने कोई ठोस कदम नहीं उठाए गये।

अपने-अपने एप तैयार किए

सट्टेबाजों ने क्रिकेट सट्टे के लिए अपने-अपने एप तैयार किए थे। शहर में छोटे-बड़े करीब 5 सौ सटोरियों के पास इन एपों की लिंक थी जिसके जरिए ये ग्राहक बनाकर सट्टा खिलवा रहे थे। पुलिस की जाँच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि सभी एप का दुबई से कनेक्शन था। इस पूरे कारोबार को दुबई में बैठा सतीश सनपाल ऑपरेट कर रहा था जो कि पुलिस की पकड़ से बाहर है।

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