जबलपुर: वहाँ मीटिंग चलती रही, यहाँ तीन घंटे तक इंतजार करते रहे कर्मचारियों के परिजन
- रेलवे में रिटायरमेंट के दिन बने अजीबो-गरीब हालात
- रेलवे कर्मचारियों के परिजनों ने जताया असंतोष
- परिवार के कई सदस्यों के साथ ही शुभचिंतक समय अधिक लगता देख घर वापस लौट गए।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रेल मंडल कार्यालय में शुक्रवार को करीब दो दर्जन कर्मचारियों का रिटायरमेंट समारोह आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का समय दोपहर 2 बजे तय किया गया। कर्मचारियों के परिजन व शुभचिंतक डीआरएम कार्यालय परिसर पहुँच गए।
किसी के हाथों में फूल मालाएँ थीं तो कोई ढोल व धमाल के साथ रंग-गुलाल लिए हुए इस प्रतीक्षा में था कि उनके परिवार के मुखिया को रिटायरमेंट की विदाई दी जाए। उनके इंतजार की घड़ियाँ बेहद लम्बी हो गईं। इंतजार करते तीन घंटे का वक्त बीत गया।
परिजन पहले दिन-भर धूप और उमस में तपते रहे फिर शाम को अचानक बारिश की बौछारों ने उन्हें बेहाल कर दिया। उनके चेहरों पर असंतोष के भाव आ गए। बाद में यह बात सामने आई कि रेल प्रशासन ने ऐन वक्त पर यूनियन के नेताओं के साथ पीएनएम की बैठक आयोजित कर ली। इसी वजह से रिटायरमेंट को लेकर आयोजित होने वाला कार्यक्रम आगे बढ़ गया। कुछ परिजनों की पीड़ा तो जुबान पर भी आ गई।
बैठक बाद में भी हो सकती थी| रिटायरमेंट कार्यक्रम के लिए डीआरएम कार्यालय पहुँचे अधिकांश कर्मचारियों के परिजनों का कहना था कि जब रेलवे के अधिकारियों को बैठक आयोजित करनी ही थी तो वे रिटायरमेंट समारोह के बाद भी कर सकते थे। परिवार के कई सदस्यों के साथ ही शुभचिंतक समय अधिक लगता देख घर वापस लौट गए।
21 कर्मचारी हुए सेवानिवृत्त| रेल सेवा पूर्ण करने पर 21 कर्मचारियों को डीआरएम विवेक शील ने संबंधित दस्तावेज सौंपे। जिन्हें दस्तावेज सौंपे गए उनमें अमृत लाल केरकेट्टा, चुमान सिंह, राजकुमार, राजीव रंजन सिंहा, मो. शेख हबीब, आरएन उपाध्याय, संदीप शर्मा, रविंदर सिंह गंुजन सहित अन्य कर्मचारी शामिल हैं।