Jabalpur News: तत्काल टिकट आवंटन में काॅमर्शियल स्टाफ की अब नहीं लगती ड्यूटी, सिस्टम लड़खड़ाया
- पिछले साल कड़ाई किए जाने से लगा था दलालों पर अंकुश
- तत्काल टिकट की लाइन लगती थी तो कर्मचारी नंबर से एक-एक टोकन बाँट देते थे।
- तत्काल टिकट पर दलालों का कब्जा
Jabalpur News: रेल मंडल के सरईग्राम स्टेशन पर तत्काल टिकट की कालाबाजारी का मामला विजिलेंस द्वारा पकड़े जाने के बाद एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि तत्काल टिकट में दलाल सक्रिय हो गए हैं। जिसके चलते सुबह से काउंटर पर लाइन लगाकर तत्काल टिकट पाने की लालसा में खड़े लोग बेवजह परेशान हो रहे हैं। तत्काल टिकट पर दलालों का कब्जा होने का एक बड़ा कारण टिकट काउंटर पर काॅमर्शियल स्टाफ की ड्यूटी न लगना भी बताया जा रहा है।
एक वर्ष पूर्व इस सिस्टम को अपनाया गया था जिससे एक कर्मचारी की नियमित निगरानी में तत्काल टिकट का वितरण होता था और लाइन में लगे लोगों को ही इसका लाभ मिलता था। बताया जाता है कि यह सिस्टम सबसे पहले पश्चिम मध्य रेल के कोटा मंडल में अपनाया गया था। इसके बाद जबलपुर मंडल के सभी स्टेशनों पर इसे सितंबर 2023 से करीब तीन-चार माह तक अपनाया गया।
लाइन में लगे लोगों को मिलता था टोकन
बताया जाता है कि नए सिस्टम के तहत तत्काल टिकट आवंटन के दौरान सुबह से ही काॅमर्शियल विभाग से एक स्टाफ की ड्यूटी लाइन में लगे लोगों को टाेकन बाँटने के लिए लगाई जाती थी। रोज एक नए स्टाफ को तैनात किया जाता था।
सुबह जैसे ही तत्काल टिकट की लाइन लगती थी तो कर्मचारी नंबर से एक-एक टोकन बाँट देते थे। जिससे पात्र लोगों को इसका लाभ भी मिलता था। इस बीच विवाद की स्थिति निर्मित न हो इसके लिए काॅमर्शियल विभाग के स्टाफ के साथ ही आरपीएफ का स्टाफ भी तैनात रहता था, मगर यह सिस्टम अब पूरी तरह से बंद हो गया है।