जबलपुर: एक्सीडेंटल प्वाॅइंट बनती जा रही कॉलोनी की मुख्य सड़क
संजीवनी नगर कॉलोनी में दहशत का पर्याय बने फर्राटा भरते वाहन, हो रहे हादसे, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर की एक कॉलोनी ऐसी भी है, जहाँ रहने वाले लोगों को अपने घर से निकलते ही एक्सीडेंट का डर सताने लगता है। हम बात कर रहे हैं संजीवनी नगर कॉलोनी की, जहाँ मेन गेट से अंदर वाले रास्ते पर सुबह से लेकर देर रात्रि तक तेज रफ्तार से दोपहिया और चार-पहिया वाहन दौड़ते रहते हैं।
हो चुकी हैं कई दुर्घटनाएँ
कॉलोनी वासियों ने बताया कि संजीवनी नगर क्षेत्र में लगातार वाहनों की आवाजाही बढ़ती जा रही है। इस दौरान कॉलोनी में कई जगहों पर मोड़ होने के कारण ही जरा-सी भी चूक हाेने पर एक्सीडेंट हो जाते हैं और पिछले एक सप्ताह में ही कार और सवारी ऑटो तथा एक बाइक और कार के आपस में टकरा जाने की घटना सामने आ चुकी है।
न पुलिस की गश्त और न ही स्पीड ब्रेकर का निर्माण
कॉलोनी में रहने वाले कमलेश तिवारी, राधेलाल रजक, विनोद वैद्य, गोकुल तिवारी एवं रज्जन पटेल आदि का आरोप है कि बेलगाम गति से दौड़ते वाहनों को रोकने के लिए न तो नगर निगम द्वारा स्पीड ब्रेकर ही बनवाए जा रहे हैं, न ही पुलिस द्वारा नियमित रूप से गश्त कर फर्राटा भरते वाहन चालकों को ही कोई निर्देश दिए जाते हैं। इस तरह यह पूरा इलाका इन दिनों खतरों से दो-चार हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद संबंधित जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे नजर आ रहे हैं।
5 सेकण्ड में ही बंद हो रहा ट्रैफिक सिग्नल
संजीवनी नगर से पहले स्थित लेबर चौक पर लगा ट्रैफिक सिग्नल बीते कई दिनों से खराब चल रहा है। हालात ये हैं कि महज 5 सेकण्ड ही हरी बत्ती जलती है और इसके बाद रेड सिग्नल चालू हो जाता है। इस स्थिति में सड़क पार करते-करते ही सिग्नल चेंज हो जाता है और इसके कारण भी एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है। इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस के जिम्मेदार भी कोई विशेष ध्यान नहीं दे रहे हैं और लोगों की परेशानियाँ बनी हुई हैं। इस संबंध में गढ़ा ट्रैफिक थाना के डीएसपी बैजनाथ प्रजापति का कहना है कि जल्द ही संजीवनी नगर क्षेत्र का निरीक्षण कर वहाँ पर स्पीड ब्रेकर बनवाने और वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने के निर्देश जारी किए जाएँगे।