हनी ट्रैप केस: पुलिस के हत्थे चढ़ी युवाओं को जाल में फँसाकर ब्लैकमेल करने वाली युवती
- शहर में हनी ट्रैप का पहला व इस तरह का अनूठा मामला मई 2022 में उजागर हुआ था।
- घोषित था ढाई हजार का इनाम, भेजा गया जेल
- दुष्कर्म का मामला दर्ज कराकर उन्हें ब्लैकमेल करने वाली आरोपी सोनिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अच्छे परिवारों और व्यावसायिक घरानों के नवयुवकों को अपने प्रेम जाल में फँसाने के बाद उनके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराकर उन्हें ब्लैकमेल करने वाली आरोपी सोनिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
हनी ट्रैप के एक चर्चित मामले में वह लंबे समय से फरार थी और उसकी गिरफ्तारी के लिए ढाई हजार का इनाम भी घोषित था। ओमती पुलिस ने सोमवार को आरोपी युवती को उसके घमापुर द्वारका नगर स्थित घर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया।
प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को यह भी पता चला है कि आरोपी युवती ने फरारी के दौरान भी ब्लैकमेलिंग का खेल जारी रखा। उसने करनाल के एक युवक को भी निशाना बनाया है। पुलिस के अनुसार शहर में हनी ट्रैप का पहला व इस तरह का अनूठा मामला मई 2022 में उजागर हुआ था।
उक्त महिला ने गौरीघाट थानांतर्गत आदर्श नगर निवासी एक 30 वर्षीय युवक मोहित डुडेजा को अपने प्रेमजाल में फँसाया, फिर उसे व उसके पिता को झूठे मामले में फँसाने की धमकी देकर 15 लाख की माँग की थी।
रकम नहीं मिलने पर उसकी चौथा पुल स्थित दुकान में घुसकर हंगामा किया था एवं गोरखपुर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर पीड़ित परिवार द्वारा न्यायालय में परिवाद दायर किया गया था।
न्यायालय के निर्देश पर ब्लैकमेलिंग करने वाली सोनिया केसवानी के खिलाफ ओमती थाने में मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद से ही वह फरार थी।
सोशल मीडिया के जरिए करती थी दोस्ती
पुलिस के अनुसार आरोपी सोनिया दिखने में आकर्षक है। वह सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर अपने फोटो डालकर युवाओं के साथ चैटिंग करती थी और धीरे-धीरे वह उसके करीब आ जाती थी और फिर आपत्तिजनक फोटो, वीडियो आदि जुटाकर युवकों व उनके परिवारजनों से रुपए ऐंठती थी।
कुछ अन्य लोग भी उसका साथ देते थे। प्रारंभिक पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि फरारी के दौरान भी सोनिया का ब्लैकमेलिंग का धंधा जारी था।
गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर उसने करनाल में एक संभ्रांत परिवार के युवक को अपने प्रेमजाल में फँसाया और फिर उसे ब्लैकमेल कर रुपयों की माँग की। रुपये नहीं मिलने पर उसने उक्त युवक के खिलाफ भी दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है।
हैं और भी कई मामले
पुलिस के अनुसार वर्ष 2016 में घमापुर थानांतर्गत विकास रामरख्यानी नामक व्यवसायी को प्रेमजाल में फँसाया और फिर उसके खिलाफ दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज करवाया था। इसके बाद व्यवसायी ने उससे शादी की जिसके बाद उसने उसकी सम्पत्ति हड़पी फिर डिंडौरी में उसके खिलाफ दोबारा दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा दिया था।
हनी ट्रैप का दूसरा शिकार कानपुर का चर्चित व्यवसायी अर्चित सलूजा बना। सोशल मीडिया के माध्यम से व्यवसायी को अपने जाल में फँसाने के बाद महिला ने अपने एक साथी के साथ मिलकर 40 लाख की माँग की।
रकम नहीं मिलने पर महिला व उसके साथियों ने महिला थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। उक्त मामले में कानपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था।
आरोपी महिला का तीसरा शिकार विकास समतानी बना। महिला ने उससे 20 लाख की माँग की थी। रकम नहीं मिलने पर महिला ने तिलवारा थाने में 2021 में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। उक्त मामला न्यायालय में लंबित है।