जबलपुर: 12 करोड़ से बन रहा फुटपाथ ढाई साल में केवल डेढ़ किलोमीटर बना
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत फ्लाईओवर के नीचे 12 किलोमीटर में होना है निर्माण, परेशानी का सबब बन रही काम की धीमी गति
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
दमोहनाका-मदन महल फ्लाईओवर के नीचे 12 किलोमीटर सीमेण्टेड सड़क के किनारे लगभग इतना ही फुटपाथ बनाया जा रहा है। यह 12 करोड़ रुपए की लागत से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बनाया जा रहा है पर इसके निर्माण की गति धीमी और लोगों को परेशान करने वाली है। फ्लाईओवर के नीचे जहाँ सड़क बनकर तैयार हो रही है वहाँ पर किनारे के हिस्से में फुटपाथ तुरंत बन जाना चाहिए, पर दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम 8 फीट का खुला हिस्सा होने के बाद भी निर्माण समय पर पूरा नहीं कर पा रहा है। नीचे सीमेण्ट सड़क बनने के साथ लगभग 75 फीसदी हिस्से में फुटपाथ के लिए छूटा हुआ साइट क्लियर है पर उसके बाद फुटपाथ के निर्माण पर अधिकारियों का ध्यान ही नहीं है। लोगों का कहना है कि यही हाल रहा तो सीमेण्ट सड़क तो पूरी बन जाएगी लेकिन फ्लाईओवर के नीचे सड़क किनारे फुटपाथ का सपना अधूरा ही रहेगा। अब तक केवल डेढ़ किलाेमीटर के एरिया में फुटपाथ बना है इसमें दशमेशद्वार से एलआईसी की ओर और रानीताल चौक से गढ़ा की ओर वह भी फिनिश नहीं किया गया है। लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में जो फुटपाथ बनाने की अच्छी योजना है उसको किसी तरह पलीता लगाने की कोशिश की जा रही है। इसका हश्र भी कहीं सड़क किनारे लग रहे पेवर ब्लॉक जैसा न हो जाए।
कुछ इस तरह बनना है
फ्लाईओवर के नीचे सड़क 10 मीटर और रैम्प के किनारे 7 मीटर चौड़ी है। इसमें 4.5 फीट की नाली है, तो किनारे के हिस्से में 8 फीट का फुटपाथ बनाया जाना है। इस वर्क में नाली और सड़क लोक निर्माण विभाग बना रहा है, तो फुटपाथ का पूरा प्रोजेक्ट नगर निगम स्मार्ट सिटी के तहत बनाने का निर्णय लिया गया है। इस वर्क में अभी लोगों का कहना है कि किसी तरह की निगरानी नहीं हो रही है जिससे हालात बदतर हैं। जहाँ निर्माण हो रहा है वह हिस्सा धूल से सना है और जहाँ अभी निर्माण नहीं हो सका वह हिस्सा सड़क से नीचे है। महसूस ही नहीं हो रहा है कि यहाँ पर फुटपाथ को बनाया जाएगा।