जबलपुर: यूनिपोल-होर्डिंग जाँच के लिए समिति का किया जाए पुनर्गठन
- जाँच समिति में शामिल अधीक्षण यंत्री इस महीने हो रहे सेवानिवृत्त
- जन संगठनों ने यूनिपोल और होर्डिंग की जाँच के लिए गठित समिति के अध्यक्ष को हटाने की माँग की है।
- जन संगठनों का कहना है कि लगभग दो माह बीत जाने के बाद भी जाँच शुरू नहीं हो पाई है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। नगर निगम द्वारा यूनिपोल और होर्डिंग की जाँच के लिए गठित की गई समिति ने लगभग दो माह बाद भी जाँच का काम शुरू नहीं किया है, ऐसे में जाँच समिति को पुनर्गठित करने की माँग शुरू हो गई है। इसका कारण बताया गया है कि जाँच समिति में शामिल अधीक्षण यंत्री अजय शर्मा 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, ऐसे में उनकी जगह समिति में स्ट्रक्चरल इंजीनियर को शामिल किया जाए।
एक भी यूनिपोल में स्ट्रक्चरल इंजीनियर का प्रतिवेदन नहीं
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने कहा है कि शहर में यूनिपोल लगाने में गंभीर लापरवाही की जा रही है। शहर में लगाए गए एक भी यूनिपोल में स्ट्रक्चरल इंजीनियर का प्रतिवेदन नहीं लिया गया है। यह लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है।
डॉ. पीजी नाजपांडे ने कहा है कि मध्यप्रदेश आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 के नियम-30 के तहत यूनिपोल और होर्डिंग लगाने के लिए स्ट्रक्चरल इंजीनियर का प्रतिवेदन अनिवार्य है।
समिति के अध्यक्ष को हटाने की माँग
जन संगठनों ने यूनिपोल और होर्डिंग की जाँच के लिए गठित समिति के अध्यक्ष को हटाने की माँग की है। जन संगठनों का कहना है कि लगभग दो माह बीत जाने के बाद भी जाँच शुरू नहीं हो पाई है। बैठक में डॉ. पीजी नाजपांडे, रजत भार्गव, एड. वेदप्रकाश अधौलिया, टीके रायघटक, डीके सिंह, उमेश दुबे, जीपी विश्वकर्मा, सुशीला कनौजिया, उमा दाहिया, अनिता कुशवाहा और सुभाष चंद्रा शामिल थे।