जबलपुर: गड्ढों में तब्दील हुई पुल की सड़क - भारी वाहनों के निकलते ही हिल जाते हैं पिलर

14.5 किमी की सड़क तीन विभागों के पास गौर पुल पर फँसा पेंच...आखिर बनाए कौन

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-11 09:04 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

पीडब्ल्यूडी एनएच ने चार साल पहले वायएमसीए से लेकर बरेला तक 70 करोड़ रुपए की लागत से 14.5 किलोमीटर सड़क बनाई थी। इसके बाद सड़क को नगर निगम, कैंट बोर्ड और बरेला नगर परिषद को सौंप दिया। इसमें गौर नदी का पुल बीच में फँस गया। आखिर गौर पुल की मरम्मत कौन करे, अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया। यही वजह है कि गौर पुल की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। पुल पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुका है। हालत यह है कि जैसे ही भारी वाहन निकलते हैं तो पुल की जड़ें तक हिल जाती हैं। हादसों का खतरा बढ़ गया है। यह सब जानकर भी जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि एनएच ने लगभग 10 वर्ष पूर्व गौर पुल का निर्माण कराया था। इसके बाद लगातार एनएच द्वारा पुल का मेंटेनेंस किया जाता रहा। चार साल पहले पीडब्ल्यूडी एनएच ने 14.5 किलोमीटर की सड़क बनाने के बाद तीन विभागों को सौंप दी, लेकिन इस प्रक्रिया में यह तय नहीं किया गया कि गौर पुल का मेंटेनेंस कौन करेगा। इसके बाद से पुल के मेंटेनेंस का काम बंद हो गया। धीरे-धीरे पुल के ऊपर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। इससे वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, लेकिन कोई भी विभाग पुल का मेंटेनेंस करने के लिए तैयार नहीं है।

आए दिन हो रहीं दुर्घटनाएँ

क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि रात के समय पुल से गुजरना खतरे से खाली नहीं होता। पुल पर लाइट नहीं होने के कारण दो-पहिया वाहन चालक गड्ढों की वजह से दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। इसके बाद भी पुल के गड्ढे भरने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। हालाँकि नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज का कहना है कि संबंधित विभागों में समन्वय बनाकर एक सप्ताह के भीतर पुल के गड्ढों को भरवाने का काम किया जाएगा, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके।

गौर पुल कभी पीडब्ल्यूडी के पास रहा, लगभग 10 साल पहले एनएच ने पुल का निर्माण कराया था। चार साल पहले पीडब्ल्यूडी एनएच द्वारा वायएमसीए से बरेला तक सड़क बनाकर नगरीय निकायों को सौंपी जा चुकी है। गौर पुल जबलपुर नगर निगम के दायरे में आ गया है।

शिवेन्द्र सिंह, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी

पुल से हिचकोले खाते हुए निकलते हैं वाहन

उल्लेखनीय है कि गौर पुल जबलपुर को छत्तीसगढ़ से जोड़ता है। यहाँ से दिन भर भारी वाहन और बसें गुजरती हैं। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि पुल से जब भारी वाहन गुजरते हैं, तो गड्ढों से भारी वाहनों का जर्क लगता है। इससे पूरा पुल काँप उठता है। इससे धीरे-धीरे पुल कमजोर हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। यदि पुल पर अच्छी सड़क बन जाए तो इसमें लगने वाले जर्क कम हो जाएँगे और भविष्य में इसके कमजोर होने का खतरा टल जाएगा।

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