मंडे पाॅजिटिव: टॉपर की कॉपियाँ देखेंगे शिक्षक, फिर छात्रों को देंगे टिप्स

  • परीक्षा की तैयारी कराने में मदद मिलेगी
  • 12वीं क्लास में कॉम्पिटेटिव एग्जाम की तैयारी भी होगी
  • स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई को लेकर गाइडलाइन जारी की है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-26 13:07 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले छात्र ने किस तरह से हर एक सवाल को हल किया होगा, उनकी भाषा शैली कैसी रहेगी होगी और परीक्षा के दौरान उनका टाइम मैनेजमेंट कैसा रहा..? इस तरह के तमाम सवालों का जवाब बोर्ड परीक्षा से पहले ही छात्रों को मिलने वाला है। दरअसल, शिक्षा विभाग ने तय किया है कि अब बोर्ड के टॉपर्स की कॉपियाँ शिक्षकों को दिखाई जाएगी, इसके बाद वही तौर-तरीका शिक्षक अपने विद्यार्थियों को बताएँगे।

स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई को लेकर गाइडलाइन जारी की है। स्कूल के प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे एमपी बोर्ड की वेबसाइट से 5 वर्षों की बोर्ड परीक्षा टॉपर्स की उत्तर पुस्तिकाओं के प्रिंट आउट निकलवाएँ और उनके एक-एक सेट विषय के शिक्षकों को मुहैया कराया जाए।

होशियार छात्र कमजोर बच्चों को पढ़ाएँगे

स्कूलों में अब पीयर लर्निंग भी कराई जाए। मतलब यह है कि होशियार बच्चों के साथ अपेक्षाकृत कमजोर छात्रों का ग्रुप बनाया जाएगा। शिक्षक के बाद होशियार विद्यार्थी और आसान तरीकों से अपने साथियों को समझाएँगे। जानकारों का कहना है कि छात्रों में फ्रेंडली कल्चर की वजह से उन्हें किसी भी टॉपिक को समझने में आसानी होगी।

डायरी में रिकाॅर्ड होगी पूरी प्लानिंग

गाइडलाइन का सही तरीके से पालन होता रहे इसके लिए हर शिक्षक के पास एक डायरी होगी जिसमें पढ़ाई-लिखाई की पूरी प्लानिंग रहेगी। इसमें महीने के हिसाब से सिलेबस का विभाजन रहेगा। इसके अलावा उपस्थिति, कक्षा कार्य, होम वर्क तथा मासिक टेस्ट का पूरा ब्यौरा होगा। अभिभावक भी इस डायरी को देख सकेंगे।

सभी के लिए उपयोगी

टाॅपर छात्रों की कॉपियाँ शिक्षकों और सामान्य छात्रों को दिखाने से शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। यह सभी के लिए उपयोगी साबित हो सकेगा।

प्रचीस जैन, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर संभाग।

गाइडलाइन में बहुत कुछ

कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की उपस्थिति 90 फीसदी तय की गई है। स्कूल के प्रति आकर्षण बना रहे इसके लिए छात्रों के लिए रोचक गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी।

क्लास में किताबों से ही अध्यापन कराया जाएगा। गाइड अथवा संभावित प्रश्नों से संबंधित सामग्री के उपयोग पर पूरी तरह पाबंदी रखी जाएगी।

12वीं कक्षा में उन प्रश्नों का अभ्यास ज्यादा कराया जाएगा जो प्रतियोगी परीक्षाओं में आते हैं, साथ ही छात्रों की कॅरियर काउंसलिंग भी की जाएगी।

कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा स्तर की प्रारंभिक तैयारी एवं पाठ्यक्रम को जल्द पूरा कर विद्यार्थियों के रिवीजन पर भी ध्यान दिया जाएगा।

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