जबलपुर: विद्यार्थियों ने सीखीं संरक्षित खेती की बारीकियाँ
रादुविवि के छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण के दौरान मिलीं कई जानकारियाँ
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान बीएससी (ऑनर्स) प्रथम, द्वितीय, तृतीय सेमेस्टर के समस्त छात्र-छात्राओं ने बोरलॉग इंस्टीट्यूट फॉर साउथ एशिया का शैक्षणिक भ्रमण किया। बीसा के क्षेत्रीय प्रतिनिधि एवं प्रबंध निदेशक डॉ. एके जोशी ने गेहूँ की बौनी, किस्म की उत्पत्ति एवं देश में हरित क्रांति के बारे में विद्यार्थियों को समझाया। इसके साथ ही डॉ. शिवकुमार अग्रवाल, अंतर्राष्ट्रीय खुश्क खेती अनुसंधान केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक ने बताया की बढ़ती हुई जनसंख्या को यदि गुणवत्तायुक्त भोजन प्रदान करना है तथा खेती को टिकाऊ बनाना है तो फसल चक्र में दलहनी फसलों का समावेश कर वानस्पतिक प्रोटीन की उपलब्धता को बढ़ाना होगा। बीसा के लीड वैज्ञानिक डॉ. रवि गोपाल ने संरक्षित खेती में बोनी प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान बीसा के वैज्ञानिक महेश मस्के, ललित शर्मा, डॉ. विवेक सिंह, कृषि विज्ञान संस्थान के एमेरिटस प्रो. एमएल साहू, भावना यादव, डॉ. श्वेता तिवारी, डॉ. पूनम पांडे आदि की उपस्थिति रही।