मध्य प्रदेश: अब तक बनाए जा चुके हैं 5,820 अमृत सरोवर, जबलपुर में 99, छिंदवाड़ा में बने 295
- छिंदवाड़ा में बनाए गए 295 तालाब
- जबलपुर में 99 तालाब बने हैं
- तन्खा की केंद्र सरकार एवं एन.सी.ई.आर.टी से अपील
- सांसद आलोक शर्मा का भी केंद्र सरकार से अनुरोध
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली मध्यप्रदेश में अब तक कुल 5,820 अमृत सरोवर बनाए गए हैं। इनमें से 175 अमृत सरोवर खजराहो लोकसभा क्षेत्र के पन्ना, कटनी और छतरपुर जिलों में बनाए गए हैं। यह जानकारी ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने मंगलवार को लोकसभा में भाजपा सांसद विष्णु दत्त शर्मा के एक सवाल के जवाब में दी। कमलेश पासवान ने सदन को बताया कि अब तक जबलपुर जिले में 99, कटनी जिले में 115, नरसिंहपुर जिले में 60, छिंदवाड़ा जिले में 295, ग्वालियर जिले में 101, इंदौर जिले में 106, सिंगरौली जिले में 128, सीधी जिले में 157, सिवनी जिले में 88, रीवा जिले में 106, भोपाल जिले में 76 और बालाघाट जिले में 100 अमृत सरोवर का निर्माण किया गया है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि भविष्य के लिए जल संरक्षण के मकसद के साथ मिशन अमृत सरोवर की शुरूआत 24 अप्रैल 2022 को की गई थी। इस मिशन का उद्देश्य देश के प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर (तालाब) विकसित तथा पुनरूद्धार करना है। उन्होंने बताया कि 50,000 अमृत सरोवर का लक्ष्य 10 मई 2023 को हासिल कर लिया गया था। मिशन 15 अगस्त 2023 को समाप्त हो गया था। 26 जुलाई 2024 तक देश में निर्मित किए अमृत सरोवरों की कुल संख्या 68,863 है।
तन्खा की केंद्र सरकार एवं एन.सी.ई.आर.टी से अपील
उधर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने केंद्र सरकार एवं एन.सी.ई.आर.टी से अपील की है कि शिक्षा का नया सत्र शुरू हो चुका है परंतु करोड़ो छात्रों के पास पुस्तके नहीं हैं, इसलिए उन्हें पुस्तके उपलब्ध कराई जाए। उनका कहना था कि अकेले लखनऊ शहर में ही पांच लाख से अधिक छात्र ऐसे हैं जो पुस्तको की कमी महसूस कर रहे हैं। सांसद तन्खा ने मंगलवार को संसद में सभापति की अनुमति से एन.सी.ई.आर.टी की पुस्तकों की कमी की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि पुस्तकों की कमी के चलते छात्रों को बहुत परेशानी हो रही है।उनका कहना है कि नेल्सन मंडेला ने कहा था कि कोई देश जब तक विकास नहीं कर सकता जब तक वहां के लोग शिक्षित नहीं हो। शिक्षा से सारी दुनिया में परिवर्तन लाने के लिए शिक्षा एक बहुत बड़ा हथियार है। उन्होंने सुझाव दिया कि ब्लड बैंक की तरह पुस्तक बैंक का भी गठन किया जाए और पाठ्यक्रम को बार बार नही बदला जाए।
सांसद आलोक शर्मा का केंद्र सरकार से अनुरोध
भारतीय जनता पार्टी के भोपाल से लोकसभा सांसद आलोक शर्मा ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि भोपाल से जहरीले कचरे का निष्पादन किया जाए। सांसद शर्मा ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि जहरीले कचरे के निष्पादन के लिए 126 करोड़ रूपयेे निर्धारित हैं परंतु अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है। उनका कहना था कि कचरे का निष्पादन नहीं होने से लोग बहुत कठिनाई महसूस कर रहे हैं।