जबलपुर: सिर्फ वीआईपी के आने पर ही हटती हैं दुकानें

विडंबना इंदिरा मार्केट से कांचघर मार्ग पर वाहन चलाना हुआ मुश्किल, रोजाना बन रही हादसों की नाैबत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-26 08:58 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

शहर की एक सड़क ऐसी भी है जो कि अतिक्रमणों से जूझ रही है और इन अवैध कब्जों को सिर्फ वीआईपी आगमन के दौरान ही हटाया जाता है। हम बात कर रहे हैं इंदिरा मार्केट से कांचघर रोड की जहाँ सुबह होते ही दर्जनों छोटी-बड़ी दुकानें लग जाती हैं और इस दौरान वाहन चलाना भी मुश्किलों भरा हो जाता है। लोग इस बात को लेकर आश्चर्य में हैं कि इसी मार्ग पर कई महत्वपूर्ण शासकीय दफ्तर होने के बावजूद नगर निगम एवं ट्रैफिक पुलिस का अमला कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

सुबह होते ही जम जाते हैं ठेले और स्टॉल

इंदिरा मार्केट से कांचघर मार्ग पर पिछले कई सालों से रोजाना सुबह होते ही पूजन सामग्री, खाद्य पदार्थ, सब्जी, फल एवं घरेलू सामग्री आदि की छोटी-बड़ी करीब 2 दर्जन दुकानें लगने लगती हैं। इसके अलावा शाम होते-होते बड़ी संख्या में हाथठेले भी यहाँ आकर एकत्र हो जाते हैं और तब यह पूरा मार्ग ही बेहद सँकरा और खतरनाक हो जाता है। इतना ही नहीं इन दुकानों में खरीददारी करने के लिए आने वाले लोग अपने वाहन सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं और इसीलिए यह पूरा क्षेत्र ही अतिक्रमणों से जूझता हुआ नजर आता है।

दिखना बंद हो जाता है काँचघर रोड का मोड़

क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि मनमाने ढंग से लगने वाली इन दुकानों के कारण ही हालात ये हैं कि इंदिरा मार्केट से कांचघर वाला मोड़ ही दिखना बंद हो जाता है। यही वजह है कि सामने से आने वाले वाहन एक-दूसरे को दिखाई नहीं देते हैं और तब जरा सी लापरवाही के कारण भी एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं रात्रि के समय यही दुकान संचालक अपने यहाँ से निकलने वाला अवशिष्ट भी छोड़कर चले जाते हैं और तब मवेशियों का जमघट सुबह तक लगा रहता है और अनेक बार उनके कारण ही जाम लगने जैसे हालात भी यहाँ बन जाते हैं।

वीआईपी मूवमेंट पर ही होती है कार्रवाई

सामान्य दिनों मेें जहाँ इंदिरा मार्केट क्षेत्र की सड़कों पर दुकानें पसरी रहती हैं। वहीं जब भी किसी वीआईपी का आगमन होता है तो जिम्मेदारों द्वारा पूरी तत्परता के साथ इन अतिक्रमणों को हटा लिया जाता है। शेष दिनों में तो सड़क हादसे और विवाद होने के अलावा शिकायतें पहुँचाने के बावजूद अधिकारियों द्वारा इस दिशा में काेई कार्रवाई नहीं की जाती है।

नजर नहीं आता कभी ट्रैफिक का अमला

इंदिरा मार्केट के निकट ही रेलवे, दूरसंचार, पुलिस, वन विभाग एवं शासकीय एल्गिन अस्पताल भी स्थित हैं। लेकिन इसके बावजूद नगर निगम अथवा ट्रैफिक पुलिस का अमला न तो यहाँ तैनात होता है और न ही अभियान चलाकर इन बेतरतीब दुकानों को कभी हटाया ही जाता है।

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