जबलपुर: एम्बुलेंस में गंभीर मरीज, लेकिन रास्ता देने तैयार नहीं होते हैं ऑटो चालक
मेडिकल अस्पताल गेट के सामने ऑटो चालक ट्रैफिक के पीक टाइम पर जान लेने उतारू, सड़क को घेरकर सवारियों के लिए झपटते हैं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
मेडिकल अस्पताल के सामने ऑटो चालक इन दिनों पूरी तरह से बेलगाम हो चले हैं। इन ऑटो चालकों की मनमानी पर किसी तरह का अंकुश नहीं लग पा रहा है। एक हिस्से की सड़क को 80 से 90 फीसदी तक ये घेरकर यात्रियों के लिए झपटते हैं। एकदम अस्पताल गेट के सामने कई बार स्थिति ऐसी बनती है कि गंभीर मरीज को लेकर आ रही एम्बुलेंस को भी निकलने का रास्ता इनकी वजह से नहीं मिल पाता।
साँसत में फँसे मरीज के लिए परिजन कई बार एम्बुलेंस के अंदर से आवाज लगाते हैं, तब कहीं जाकर एम्बुलेंस को अस्पताल के अंदर जाने का रास्ता मिल पाता है। दिन भर में ऐसा नजारा कई बार देखा जा सकता है जब मेडिकल अस्पताल गेट के सामने पूरी सड़क को घेरकर ऑटो चालक ट्रैफिक जाम किए रहते हैं। इनकी वजह से कई बार तो विवाद की स्थिति तक पैदा हो रही है। मेडिकल अस्पताल के सामने से प्रतिदिन निकलने वाले लोगों का कहना है कि ऐसा महसूस होता है कि जैसे ऑटो चालकों को पूरी तरह से इस पूरे हिस्से में धमाचौकड़ी मचाने के लिए छोड़ दिया गया है। इन पर किसी भी तरह से प्रशासन का नियंत्रण नहीं है।
केवल अभियान के दौरान नियम का पालन
लोगों का कहना है कि जब भी शहर में आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस अभियान के दौरान इनके ऊपर रूल्स को लेकर कार्रवाई करती है तो ये कुछ कन्ट्रोल में नजर आते हैं, लेकिन जैसे ही कार्रवाई थमती है, उसके बाद ये फिर सड़कों पर पूरी तरह से बेलगाम हो जाते हैं। अभी कुछ दिनों से कार्रवाई थमी है और ये फिर सड़कों पर बड़ी परेशानी का कारण बन गए हैं।
किसी की परवाह ही नहीं, बस मनमानी
अस्पताल गेट के सामने कम से कम तीन दर्जन ऑटो खड़े हाेते हैं। ये कम से कम 200 से 300 मीटर के दायरे में सड़क को घेरे रहते हैं। जब कोई बड़ा वाहन आता है तो भी ये इसका ख्याल नहीं रखते हैं कि किसी को निकलने के लिए जगह है या नहीं। हर दम ऑटो में सवारी भरने की होड़ होती है। लोगों का कहना है कि ऑटो चालक पूरी तरह से ट्रैफिक नियमों को दरकिनार कर इस पूरे इलाके में कब्जा करने के अंदाज में सड़कों पर परेशानी पैदा कर रहे हैं। इन पर नियंत्रण नहीं किया गया तो मेडिकल के सामने ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान मुश्किल है।