सना हत्याकांड: नार्को टेस्ट कराने के लिए आरोपी पति तैयार नहीं
नागपुर पुलिस मामले में सेशन कोर्ट में आवेदन करने की तैयारी में जुटी
डिजिटल डेस्क जबलपुर। बहुचर्चित सना हत्याकांड के संपूर्ण खुलासे के लिए मृतका का पति नार्को टेस्ट के लिए तैयार नहीं है। इसी के चलते इस मुहिम पर रोक सी लग गई है। उधर, नागपुर पुलिस के आवेदन को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ने खारिज भी कर दिया है। जानकारी के अनुसार नागपुर की भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा में महामंत्री सना उर्फ हिना खान की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए नार्को टेस्ट के लिए नागपुर पुलिस ने आवेदन दिया था। लेकिन मृतका का पति अमित साहू उर्फ पप्पू नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार नहीं हुआ है। इसी आधार पर न्यायालय ने उक्त आवेदन को नामंजूर कर दिया है और अब नागपुर पुलिस इस मामले में सेशन कोर्ट में आवेदन करने की तैयारी में जुट गई है।
बार-बार बयान बदलने पर दिया गया था आवेदन
जानकारों की मानें तो सना के पति अमित साहू से पुलिस को कई अहम जानकारियाँ लेनी हैं क्योंकि उसके कई बयानों में विरोधाभास नजर आ रहा है। इसी कारण नागपुर पुलिस ने बीते 28 अगस्त को न्यायालय में नार्को टेस्ट के लिए अर्जी दायर की थी। पप्पू के बार-बार बयान बदलने के कारण ही पुलिस ने नार्को टेस्ट की इजाजत माँगी थी। जिसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ने शुक्रवार को साहू द्वारा नार्को परीक्षण के लिए अपनी सहमति देने से इनकार करने पर आवेदन खारिज कर दिया है। इस बात की पुष्टि जाँच अधिकारी शुभांगी वानखेड़े ने भी की है और उनका कहना है िक हम आगे भी इस मामले को लेकर जाएँगे।
फिर से कलेक्ट किए ब्लड सैम्पल
जानकारी के अनुसार बीते गुरुवार को नागपुर से डीसीपी राहुल मदने एवं एसएचओ शुभांगी वानखेड़े समेत 20 सदस्यीय दल जबलपुर पहुँचा था। इसके बाद गोराबाजार थाने की पुलिस की मौजूदगी में नागपुर पुलिस की टीम ने अमित के घर पहँुचकर वहाँ से ब्लड सैम्पल जब्त किए थे। जाँच के दौरान उसके घर से कई ऐसे सबूत भी मिले हैं जिनसे कि यह स्पष्ट हो रहा है िक सना 2 अगस्त को किराए के मकान में थी और मौजूदा ब्लड को लेकर अब लैब में जाँच होगी। जिसके बाद उसका मिलान सना के डीएनए से किया जाएगा।