जबलपुर: मदन महल की नई बैरक में शिफ्ट होगा आरपीएफ का स्टाफ
- मुख्य स्टेशन की बैरक में रिजर्व बल को दिए जाएँगे आवास
- आरपीएफ के लिए बैरक बनाने का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया गया था
- नई बैरक में आरपीएफ के जबलपुर व आसपास के स्टेशनों पर पदस्थ जवानों की शिफ्टिंग तय नहीं थी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मदन महल स्टेशन के विस्तारीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। यहाँ प्लेटफाॅर्म, लिफ़्ट व फुटओवर ब्रिज निर्माण पूरा हो गया है। इसके अलावा आरपीएफ के पुराने थाने को अलग कर यहाँ एक नया थाना और बैरक भी बनाए गए हैं।
बताया जाता है कि इस नए बैरक में आरपीएफ के करीब दो दर्जन से अधिक जवानों को आवास दिए जाएँगे। अभी ये जवान मुख्य स्टेशन के समीप जीआरपी थाना के बाजू से बने बैरक में रह रहे हैं, जो पूरी तरह से सुविधा युक्त नहीं बताया जा रहा है।
बताया जाता है कि इस मदन महल स्टेशन को नया स्वरूप दिए जाने के प्रस्ताव में यहाँ नई बिल्डिंग, पार्किंग, गार्डन के साथ ही आरपीएफ के लिए बैरक बनाने का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया गया था। जहाँ अभी भी कई निर्माण कार्य जारी हैं। वहीं आरपीएफ का बैरक बनकर तैयार हाे गया है।
पहले से तय नहीं थी शिफ्टिंग
जानकारों का कहना है कि नई बैरक में आरपीएफ के जबलपुर व आसपास के स्टेशनों पर पदस्थ जवानों की शिफ्टिंग तय नहीं थी, मगर इसके नए स्वरूप को देखते हुए आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है।
कि यहाँ के नियमित स्टाफ को परिवार सहित नई बैरक में आवास आवंटित किए जाएँगे, ताकि आरपीएफ के जो स्टाफ अभी यहाँ-वहाँ, तितर-बितर होकर कहीं किराए के आवास या फिर किसी रेलवे की काॅलोनी में रह रहे हैं उन्हें एक साथ एक ही स्थान पर बसाया जा सके।
बाहर से आने वाले बल को पुराने बैरक में स्थान
बताया जाता है कि जीआरपी थाना के बाजू से ही एक पुराना बैरक है। जहाँ अभी आरपीएफ का नियमित स्टाफ रह रहा है। इनको यहाँ से नए बैरक में शिफ्ट करने के बाद यहाँ बाहर से आने वाले स्टाफ को स्थान दिया जाएगा, ताकि बाहर से आने वाले अस्थायी स्टाफ को स्टेशन के समीप ही आवास मिल सके।
इससे कभी भी किसी भी परिस्थिति में इन्हें भेजने में दिक्कत नहीं होगी और आकस्मिक ड्यूटी के दौरान तत्काल भेजा जा सकेगा।