अलर्ट जारी: सपेरों की तलाश में जुटी रेस्क्यू टीम, जगह-जगह छापेमारी
- नागपंचमी को लेकर वन विभाग ने जारी किया अलर्ट
- केन्द्रीय वन मंत्रालय और सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़े नियम बनाए थे।
- हर साल नागपंचमी से पहले वन विभाग द्वारा सतर्कता बरती जाती है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। 9 अगस्त को नागपंचमी पर्व के दाैरान साँपों के प्रदर्शन को रोकने हेतु वन विभाग ने अलर्ट जारी किया है। वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने बुधवार को सर्प िमत्रों के साथ सपेरों की तलाश में जगह-जगह छापेमारी की।
हालाँकि अभी तक कोई भी सपेरा पकड़ में नहीं आया है। वन विभाग द्वारा शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि नागपंचमी में सर्प पूजन होता है, जिसमें सपेरे जंगलों से नागों को पकड़कर लाते हैं।
जहर निकालने और पूजन के लिए उन्हें अधिक मात्रा में दूध पिलाने के दौरान ज्यादातर साँपों की मौत हो जाती है। साँप प्रथम श्रेणी के वन्य जीव की कैटेगरी में आता है, जिसको लेकर केन्द्रीय वन मंत्रालय और सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़े नियम बनाए थे।
जिसके कारण कुछ वर्ष पूर्व नागपंचमी पर नागों के प्रदर्शन पर पूर्णत: पाबंदी लगा दी गई थी। इसी वजह से हर साल नागपंचमी से पहले वन विभाग द्वारा सतर्कता बरती जाती है। बुधवार को वन विभाग की टीम ने रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, डेरों और सूनसान इलाकों पर सपेरों की तलाश की।
थाने में साँप ने फैलाई दहशत
गुरुवार की दोपहर माढ़ोताल थाने में मालखाने की सफाई के दौरान 6 फीट लंबा कोबरा साँप फाइलों के बीच से फुंकार मारते हुए निकला। जिसके बाद थाने में दहशत का माहौल निर्मित हो गया।
सूचना मिलने पर सर्प विशेषज्ञ हरेन्द्र शर्मा पहुँचे और साँप को पकड़ा। इसी तरह पचपेढ़ी निवासी एक अधिकारी के बंगले में साँप घुस गया था, जिसे हरेन्द्र ने पकड़कर पाटबाबा के जंगल में छोड़ दिया।