जबलपुर: 22 दिन से जारी रामरथ यात्रा का एमएलबी ग्राउंड में हुआ समापन
- तपस्या का प्रतिफल है राम मंदिर
- शंकराचार्य के ऊपर कोई भी बात करना मतलब सूर्य को दीपक दिखाने समान है
- 22 दिन से जारी रामरथ यात्रा का भी समापन हुआ
डिजिटल डेस्क,जबलपुर| भगवान आद्य जगद्गुरु रामानंदाचार्य की 724वीं जयंती एवं जगद्गुरु सुखानंद द्वाराचार्य स्वामी राघवदेवाचार्य के वर्धापन दिवस पर एमएलबी ग्राउंड में राघव शिष्य मंडल द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान जगद्गुरु राघवदेवाचार्य ने कहा कि 500 वर्षों की कठिन तपस्या के बाद अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। जो प्रत्येक सनातनी के लिए गौरव का क्षण है। इस दौरान धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन भी हुए। उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, कैबिनेट मंत्री संपतिया उईके जगद्गुरु से मिलने उनके निवास पहुँचे और आशीष लिया।
कार्यक्रम के दौरान आशीष दीक्षित, डॉ. प्रीति जैन, दिग्विजय सिंह गुजराल को सामाजिक एवं खेल योगदान क्षेत्र में योगदान के लिए श्री राघव रत्न प्रदान किया गया। रविकरण साहू ने बताया कि 22 दिन से जारी रामरथ यात्रा का भी समापन हुआ। इस दाैरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
शंकराचार्य पर बात करना सूर्य को दीपक दिखाने जैसा
राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने एमएलबी स्कूल में कार्यक्रम के दौरान कहा कि शंकराचार्य सभी के पूज्य हैं। जब उन्हें समय मिलेगा, तब वह भी जाएँगे। शंकराचार्य के ऊपर कोई भी बात करना मतलब सूर्य को दीपक दिखाने समान है।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनका आरोप लगाने का काम है, जो वो लोग बखूबी कर रहे हैं। भगवान राम के बारे में और राम मंदिर के बारे में बात करना कांग्रेस को शोभा नहीं देता। यह वही कांग्रेस है जिन्होंने राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे और हलफनामा दिया था।
राम सेतु को काल्पनिक बताया था। उन्होंने कहा पर्यटन को लेकर ठोस कार्य योजना बनाई जा रही है। जल्द ही मध्य प्रदेश में राम वन गमन पथ बनाया जाएगा। इसको लेकर चर्चा की जा रही है। यह पर्यटन और संस्कृति को जोड़कर बनाने का बहुत बड़ा कदम है।
मध्य प्रदेश के जिन 23 जगह पर श्रीराम रुके थे और जिसका उल्लेख रामायण में है, उन स्थानों को विकसित करके रूट कनेक्टिविटी कर बड़ा प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में बनाया जा रहा है।