स्कूलों व बुक सेलरों के यहाँ छापे, बैंक खातों की माँगी जानकारी

कॉपी-किताबों की रेट लिस्ट खँगाली, 50 प्रतिशत तक लिया जा रहा था कमीशन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-28 17:38 GMT

डिजिटल डेस्क जबलपुर। निजी स्कूलों में मनमानी फीस वसूली व कॉपी-किताबों में कमीशनखोरी के मामले में शहर के 9 थानों में गिरफ्तार किए गए सभी 21 आरोपियों से मंगलवार को पूरे दिन पूछताछ की गयी। इस दौरान पुलिस टीमों ने स्कूलों व बुक सेलरों के दफ्तरों व घरों में छापेमारी कर दस्तावेज खँगाले। छापे के दौरान स्कूलों से फीस संबंधी दस्तावेजों को जब्त किया गया। वहीं बुक सेलरों के यहाँ से कॉपी-किताबों की रेट लिस्ट से संबंधित दस्तावेजों की जाँच की गई एवं बैंक खातों से जुड़ी जानकारी जुटाई गयी। इसमें यह बात भी सामने आई कि किताबों में 50 प्रतिशत तक कमीशन वसूला जाता था। किसको कितना कमीशन मिलता था, इसकी पड़ताल जारी है।

उल्लेखनीय है कि मनमानी फीस वसूली व किताबों में भारी-भरकम कमीशन लेने के मामले में ओमती पुलिस द्वारा अजय उमेश जेम्स, शाजी थॉमस, लूबी मैरीसाठे, अतुल अनुपम अब्राहिम, एकता पीटर, भेड़ाघाट पुलिस द्वारा भरतेश भारिल, दीपाली तिवारी, संजीवनी नगर पुलिस द्वारा चन्द्रशेखर विश्वकर्मा, गोराबाजार पुलिस द्वारा सूर्यप्रकाश वर्मा, शशांक श्रीवास्तव, तिलवारा पुलिस द्वारा चित्रांगी अय्यर, रतन सुबोध नेमा, परिधि भार्गव, ग्वारीघाट पुलिस द्वारा सोमा जॉर्ज, माढ़ोताल पुलिस द्वारा श्रीराम इन्दुरख्या, अशोक इन्दुरख्या, मनमीत कोहली, इब्राहिम ताज, बरेला पुलिस द्वारा नीलेश सिंह, ?क्षितिज जैकब, बेलबाग पुलिस द्वारा ललित सालोमन को गिरफ्तार किया गया था। दिन भर चली पूछताछ व छापेमारी के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

किसका कितना हिस्सा, जल्द खुलेगा राज

जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए बुक सेलरों से पूछताछ व उनकी दुकानों व घरों से जो दस्तावेज जब्त किए गए हैं, उनसे ये तथ्य उजागर हुए हैं कि किताबों में 50 प्रतिशत तक कमीशन का खेल होता था। इस खेल में बुक सेलरों के खातों में कितना हिस्सा जाता था और उनके द्वारा स्कूलों को कितना कमीशन दिया जाता था, इस संबंध में दस्तावेज जुटाए गए। इनकी जाँच के बाद जल्द ही पूरा राज सामने आ जाएगा।

बढ़ाई अधिक फीस, अन्य मदों में भी वसूली

जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए स्कूलों के प्राचार्य व चेयरमैन, मैनेजर, सचिव व कोषाध्यक्ष इसमें शामिल थे। इन सभी से पूछताछ कर पुलिस टीमों ने उनके स्कूलों व दफ्तरों में पहुँचकर दस्तावेज खँगाले। इस दौरान जब्त किए गए दस्तावेजोंं में यह बात सामने आई है कि निजी स्कूलों में दस प्रतिशत से अधिक फीस वृद्धि की गयी थी। इसके अलावा विभिन्न मदोंं से भी भारी भरकम राशि बच्चों से वसूल की गयी है। इस अतिरिक्त शुल्क का स्कूलों द्वारा ऑडिट भी नहीं कराया जाता।

जब्त किए बैंक संबंधी दस्तावेज

कार्रवाई के दौरान पुलिस द्वारा विभिन्न स्कूलों व किताब दुकान संचालकों के बैंक संबंधी दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इनकी जाँच कर यह पता लगाया जा रहा है कि उनके द्वारा किसे कितना कमीशन दिया गया है। इस संबंध में सभी आरोपियों से जुड़े खातों की डिटेल के लिए बैंकों से पत्राचार किया जा रहा है।

इनका कहना है-

स्कूलों में मनमानी फीस वसूली व किताबों में कमीशन बाजी मामले में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। सभी आरोपियों से जुड़े संस्थानों, दफ्तरों व घरों में छापेमारी कर दस्तावेज जब्त किए गए हैं जो कि प्रकरण में महत्वपूर्ण साबित होंगे।

- समर वर्मा, एएसपी

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