पाैधे अपने परिजन: अभियान के अंतर्गत हुआ पौधारोपण व सीड बॉल मेकिंग वर्कशॉप
- एनवायरमेंट काे हेल्दी बनाना है ताे प्लांटेशन जरूरी
- ब्रिटिश फाेर्ट फाउंडेशन स्कूल के विद्यार्थियों ने लगाए पौधे
- बच्चों ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में देंगे पूरा सहयोग
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर काे हरा-भरा बनाना है ताे पौधारोपण बेहद जरूरी है। पर्यावरण की सुरक्षा हम सबका दायित्व है...। आज हर एक व्यक्ति काे प्लांटेशन करना चाहिए। इसी उद्देश्य से दैनिक भास्कर द्वारा "पाैधे अपने परिजन' अभियान के अंतर्गत सीड बॉल मेकिंग वर्कशॉप का आयोजन शनिवार काे तेवर स्थित ब्रिटिश फाेर्ट फाउंडेशन स्कूल में किया गया। जहाँ स्टूडेंट्स ने सीड बाॅल बनाने का सही तरीका एक्सपर्ट से जाना, ताे फलदार जामुन के पाैधे भी कैम्पस में लगाए। वहीं स्टूडेंट्स ने पाैधा लगाने का संकल्प भी लिया।
सीड्स बाॅल बनाना सिखाया
स्टूडेंट्स काे सीड बॉल बनाने का सही तरीका बताया गया। मंगलायतन यूनिवर्सिटी से डीन फैकल्टी इन एग्रीकल्चर डॉ. सुरेश पी. तिवारी ने बताया कि बॉल कितनी साइज की हाेनी चाहिए, साथ मिट्टी कैसे तैयार की जाती है। इन बॉल्स काे फाॅरेस्ट एरिया और काॅलाेनी कैम्पस में भी थ्राे कर सकते हैं। इसके साथ ही डॉ. आशीष मिश्रा, रूपल ज्योतिषी की माैजूदगी रही। (इम्पेक्ट फीचर)
पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लांट्स बेहद जरूरी
हमें एनवायरमेंट काे हेल्दी बनाना है ताे प्लांट्स जरूर लगाने चाहिए। प्लांट्स हमें सिर्फ ग्रीनरी ही नहीं देते, बल्कि इनसे ऑक्सीजन, औषधि, फल, फूल भी प्राप्त होते हैं। यह कहना है ब्रिटिश फाेर्ट फाउंडेशन स्कूल तेवर के चेयरमैन व इंटरनेशनल माेटिवेटर डॉ. अनुराग सोनी का।
उन्होंने बताया कि हम सभी को मिलकर प्लांट्स लगाने चाहिए। इस नई पहल का हिस्सा बनकर हमें खुशी मिली। शनिवार काे हमने जामुन के पाैधे लगाए। इस मौके पर प्रिंसिपल सिंपल जैन, वाइस प्रिंसिपल स्वाति तिवारी और स्टूडेंट खुशी परोहा, कौशिकी अग्रवाल, सृष्टि, शौर्य प्रताप सिंह व अविज्ञान सिंह राजपूत ने पौधा लगाया, साथ ही संरक्षण का संकल्प भी लिया।
मुझे काफी खुशी है कि मैंने सीड बाॅल बनाना सीखा, एक्सपर्ट ने बताया कि बॉल का सही साइज क्या होना चाहिए।
वैभव कोठारी,स्टूडेंट
मैंने आज संकल्प लिया है कि शहर काे ग्रीन बनाएँगे। इसके लिए पौधे लगाएँगे और दूसराें काे भी अवेयर करेंगे।
सचिन गुप्ता, स्टूडेंट
प्लांट्स हमारे लिए बेहद इम्पोर्टेंट हैं, कुछ एेसे पौधे भी हाेते हैं जाे भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन देते हैं। प्लांट्स लगाऊँगी।
शिवी तिवारी, स्टूडेंट
मुझे इस प्लांटेशन प्रोग्राम का हिस्सा बनकर काफी खुशी मिली। सीड बॉल बनाकर राेड साइड थ्राे करूँगी, ताकि प्लांट्स बन सकें।
अनुष्का सिंह, स्टूडेंट