जबलपुर: ओवर नाइट निकलने के बाद नजर नहीं आता है कोई भी टीसी
मदन महल स्टेशन में फैली अव्यवस्था, कोई भी कर सकता है बेधड़क प्रवेश, कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
मदन महल स्टेशन में निर्माण कार्य को लेकर यात्री पहले से ही परेशान हैं। अब यहाँ देर रात टिकट कलेक्टर (टीसी) की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी हुई है। कहा तो यह भी जा रहा है कि यहाँ टीसी इस बात का ही इंतजार करते हैं कि कब ओवर नाइट गुजरे और उनकी ड्यूटी समाप्त हो, ताकि आराम फरमाया जा सके। बताया जाता है कि इस आशय की शिकायत रेल अधिकारियों तक पहुँची है। देर रात मदन महल स्टेशन के गेट से टीसी के नदारद रहने पर यहाँ किसी भी व्यक्ति के प्रवेश का खतरा बना रहता है। नियमानुसार स्टेशन पर ट्रेन आने का समय रहे या न रहे आठ घंटे की ड्यूटी करना अनिवार्य है। मदन महल स्टेशन में जब से विस्तारीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ है तभी से यहाँ सिस्टम में गड़बड़ी देखी जा रही है। समय पर निर्माण कार्य न होने से यात्री परेशान हो रहे हैं।
संख्या बढ़ने के बाद भी यही हाल
जानकारों का कहना है कि पहले तो ड्यूटी में गफलत के कई कारण भी गिनाए जाते थे उनमें सबसे बड़ा कारण यह होता था कि यहाँ पर्याप्त स्टाफ नहीं है, मगर अब तो यहाँ स्टाफ की संख्या भी बढ़ गई है। नई भर्ती के बाद आधा दर्जन से अधिक नया स्टाफ यहाँ तैनात कर दिया गया है, जिससे यहाँ स्टाफ की कमी भी कम हाे गई है। इसके बाद भी रात की ड्यूटी में लापरवाही बरती जा रही है।
अधिकारी भी नहीं करते जाँच
रात की ड्यूटी से अक्सर नदारद रहने की एक बड़ी वजह वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आकस्मिक जाँच नहीं किया जाना बताया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा जाँच न किए जाने से यहाँ का स्टाफ भी निश्चित होकर नौकरी कर रहा है।
नियमों के तहत तीन शिफ्ट में होती है ड्यूटी
सूत्रों के अनुसार नियम के तहत टीसी की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई जाती है। एक शिफ्ट में पाँच टीसी होते हैं। इन शिफ्ट के अनुसार पहली शिफ्ट सुबह 6 से 2 बजे तक, दूसरी शिफ्ट 2 से 10 बजे तक और तीसरी शिफ्ट रात 10 से 6 बजे तक रहती है। इस दौरान ड्यूटी में शामिल टीसी को ट्रेन आए चाहे न आए ड्यूटी में रहना जरूरी है। सूत्र बताते हैं कि दिन और दोपहर की ड्यूटी में तो टीसी गेट पर तैनात रहते हैं मगर अक्सर रात की ड्यूटी में गड़बड़ी सामने आ रही है। मदन महल स्टेशन में रात में ओवर नाइट ट्रेन गुजरने के बाद स्टेशन के गेट तो क्या प्लेटफाॅर्म पर भी बहुत कम टीसी नजर आते हैं।