जबलपुर: वाहनों की रफ्तार से घरों तक उछल रहा कीचड़ मालगोदाम में भी हर तरफ नजर आ रहा पानी
- हर भारी वाहन की आवाजाही के कारण यहाँ सड़कों पर भी जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं
- सुरक्षा को लेकर भी अधिकारियों को परवाह नहीं है।
- गंदगी और कीचड़ के बीच कई बार श्रमिक भारी सामान लेकर गिर कर चोटिल हो चुके हैं।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रेलवे की गुड साइडिंग कछपुरा (मालगाेदाम) में हर तरफ अव्यवस्था नजर आ रही है। मालगोदाम के बाहर जहाँ चलने लायक सड़क नहीं बची है, वहीं गड्ढा नुमा सड़क पर भरे पानी के ऊपर से जैसे ही भारी वाहन गुजरता है तो कीचड़ के छींटे आसपास के घरों तक पहुँच रहे हैं।
वहीं भीतर का नजारा तो और भी खतरनाक नजर आ रहा है। यहाँ शेड को छोड़कर आसपास पूरे मैदान में पानी और मलबा ही दिख रहा है। बारिश होने से हर तरफ कीचड़-मलबा फैला हुआ है। यहाँ खाद्य सामग्रियों को नुकसान पहुँचने की संभावना बन रही है।
हर तरफ नजर आ रही गंदगी- कछपुरा मालगोदाम में फैली अव्यवस्था का यह आलम है कि मालगोदाम में घुसते ही पानी और कीचड़ हर तरफ नजर आ रहा है। गंदगी और कीचड़ के बीच कई बार श्रमिक भारी सामान लेकर गिर कर चोटिल हो चुके हैं।
हर भारी वाहन की आवाजाही के कारण यहाँ सड़कों पर भी जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, जो पानी भरने से नजर नहीं आने से दुर्घटना का कारण बन रहे हैं।
सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं- रेलवे द्वारा कछपुरा मालगोदाम को हर तरफ से काफी सुरक्षित माना जा रहा, मगर हकीकत कुछ और है। यहाँ सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। देर रात यहाँ आवारा तत्वों का जमावड़ा बना रहता है।
मालगोदाम के आसपास बसी बस्तियों के लोगों का अक्सर यहाँ से आना-जाना होता है जिससे यहाँ की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सुरक्षा को लेकर भी अधिकारियों को परवाह नहीं है।
मालगोदाम हो शिफ्ट
जिस वक्त कछपुरा में मालगोदाम बनाया गया था, उस वक्त यहाँ दूर-दूर तक न तो कोई बस्ती थी और न ही एक भी काॅलोनी बनाई गई थी, मगर वर्तमान समय में इस साइडिंग के आसपास दर्जनों कालाेनियाँ बन गई हैं।
इन काॅलोनी वासियों के साथ ही मालगोदाम जाने के लिए भी मुख्य मार्ग एक ही है। इस स्थिति में यहाँ से भारी वाहनों के गुजरने से काॅलाेनीवासियों काे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस लिहाज से यहाँ के लोगों का कहना है कि इस मालगोदाम को अब यहाँ से बायपास में शिफ्ट किया जाना चाहिए।