जबलपुर: माइनिंग विभाग की टीम ने देखी मझौली क्षेत्र के सोनवानी की अवैध मुरुम खदान

  • अब तक कितना अवैध खनन हुआ, होगी गणना, पूरी राशि वसूलने की है तैयारी
  • अनुमति के नाम पर जो दस्तावेज दिखाए गए उनमें नाली निर्माण की अनुमति थी
  • मंगलवार को माइनिंग की टीम मौके पर पहुँची और पूरी जानकारी एकत्र की गई।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-28 12:57 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गत दिवस मझौली के ग्राम सोनवानी में किए जा रहे अवैध खनन को रोकते हुए तहसीलदार ने पोकलेन मशीन जब्त की थी। इस मामले में अब आगे की कार्रवाई माइनिंग विभाग की टीम कर रही है।

एक टीम मंगलवार को ग्राम सोनवानी पहुँची थी और खनन स्थल का जायजा लिया। वहाँ जानकारी जुटाई जा रही है अवैध खनन कब से किया जा रहा था और अब तक कितना खनन हुआ है। माइनिंग विभाग इस मामले में कोई रियायत देने के मूड में नहीं है।

मझौली तहसीलदार आदित्य जंघेला ने सोमवार को ग्राम सोनवानी में दबिश देकर अवैध माइनिंग कर रहे लोगों को पकड़ा था। यहाँ पोकलेन मशीन के जरिए मुरुम का अवैध उत्खनन किया जा रहा था।

जब पकड़े गए लोगों से पूछा गया कि आखिर वे किसके लिए काम कर रहे हैं तब पता चला कि खसरा नंबर 41 एवं 42 में शशिकांत साहू के निर्देश पर खनन किया जा रहा था।

अनुमति के नाम पर जो दस्तावेज दिखाए गए उनमें नाली निर्माण की अनुमति थी और उसी के आधार पर लम्बे समय से अवैध खनन किया जा रहा था। मंगलवार को माइनिंग की टीम मौके पर पहुँची और पूरी जानकारी एकत्र की गई।

रिपोर्ट तैयार की जा रही

इस मामले में माइनिंग अधिकारी आरके दीक्षित का कहना है कि माइनिंग इंस्पेक्टर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, उसके बाद यह पता चलेगा कि खनन कब से हो रहा था और अब तक कितना हुआ। इसके बाद वसूली कार्रवाई की जाएगी।

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