जबलपुर: शहर में 15 दिनों से मेट्रो बसें बंद, परेशान हो रहे यात्री
रियलिटी ऑटो चालक कर रहे मनमानी, हर तिराहे-चौराहे पर धमाचौकड़ी, बस ऑपरेटरों को नुकसान का सता रहा डर
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर में पिछले 15 दिनों से मेट्रो बसों का संचालन बंद है। मेट्रो बसों में रोजाना सफर करने वाले यात्री परेशान हो रहे हैं। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए ऑटो खुलेआम मनमानी कर रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मौन साधकर बैठे हुए हैं। अभी तक मेट्रो बसों का संचालन शुरू कराने के लिए प्रयास शुरू नहीं किए गए हैं।
जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड (जेसीटीएसएल) द्वारा लंबे समय से मेट्रो बसों का संचालन रेलवे स्टेशन से भेड़ाघाट, तीन पत्ती से पनागर, रेलवे स्टेशन से बरेला, तीन पत्ती से बरगी, रेलवे स्टेशन से पाटन और शहपुरा के बीच किया जा रहा था। जानकारों का कहना है कि 12 अक्टूबर को न्यायालय से आदेश पारित हुआ कि मेट्रो बसों का संचालन शहरी सीमा के बाहर नहीं किया जा सकता है। इसके बाद ऑपरेटरों ने मेट्रो बसों का संचालन शहरी सीमा के भीतर भी बंद कर दिया। उनका कहना है कि शहरी सीमा के भीतर मेट्रों बसों के संचालन से उनको नुकसान उठाना पड़ेगा।
रोजाना 25 हजार यात्री करते हैं मेट्रो में सफर
शहर में वर्तमान में 50 छोटी बसों और 55 चलो बसों का संचालन किया जा रहा है। कम किराए और सुरक्षित सफर के कारण रोजाना औसतन 25 हजार यात्री मेट्रो बसों में सफर करते हैं। इनमें ज्यादातर कामकाजी लोग और छात्र-छात्राएँ शामिल हैं। शहर के सभी प्रमुख रूटों में मेट्रो बसें चलाई जा रही हैं।
किसी अफसर ने नहीं की कोई पहल
लोगों का कहना है कि लम्बे समय से मेट्रो बसें बंद हैं। यात्रा के लिए इन बसों पर निर्भर निम्न-मध्यम आय वर्ग के महिला-पुरुष और यहाँ तक कि स्टूडेंट तक परेशान हैं। लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी जिला प्रशासन, नगर निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बस ऑपरेटरों से बातचीत करने की कोशिश नहीं की है। मेट्रो बसों का संचालन शुरू कराने का जिम्मा जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड पर डाल दिया गया है। इसका जल्द समाधान निकाला जाना चाहिए।
दोगुना किराया वसूल रहे कई ऑटो चालक
मेट्रो बसों का संचालन बंद होते ही ऑटो चालकों ने दोगुना किराया वसूलना शुरू कर दिया है। धनवंतरी नगर निवासी करुण रावत का कहना है कि मेट्रो बस में धनवंतरी नगर से तीन पत्ती तक का किराया 15 रुपए लगता है। मेट्रो बस बंद होने के बाद ऑटो चालकों ने यहाँ का किराया 30 रुपए वसूलना शुरू कर दिया है। राँझी निवासी राज कश्यप का कहना है कि ऑटो चालक राँझी से तीन पत्ती तक का किराया 40 रुपए वसूल कर रहे हैं, जबकि मेट्रो बस में किराया 15 रुपए लगता था। ऑटो चालक खुलेआम यात्रियों को लूट रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बस ऑपरेटरों से शहरी सीमा के भीतर मेट्रो बसों का संचालन शुरू करने के लिए बातचीत की जा रही है। जल्द ही छोटी बसों का शहरी सीमा में संचालन शुरू होने की संभावना है।
सचिन विश्वकर्मा, सीईओ, जेसीटीएसएल