जबलपुर: शहर में कई लोगों के मोबाइल पर आ रहे अननोन कॉल, बचाव के लिए सावधानी जरूरी
फर्जी और इंटरनेशनल कॉल से कर रहे अकाउंट खाली
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर में इस समय इंटरनेशनल और फर्जी कॉल आ रहे हैं। जो अपनी बातों में उलझाकर लोगों के अकाउंट खाली कर रहे हैं। ऐसे अननोन कॉल्स से सावधान रहने की जरूरत है। अगर थोड़ी भी लापरवाही बरती तो नुकसान होना तय है। कुछ लोग फर्जी कॉल करके आपको आसानी से फँसाकर बैंक डिटेल लेकर आपका बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं। शहर में कई लोग इस तरह के फ्रॉड के शिकार भी हो चुके हैं। साइबर सेल से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जब भी फेक कॉल आए तो बेहद सतर्क रहें, तभी आप साइबर फ्रॉड से बच सकते हैं।
कैसे बचें फर्जी कॉल से
अगर आपको अपना सिम अपग्रेड करवाना है तो सबसे पहले मोबाइल सब्सक्राइबर कंपनी जिसकी आप सेवा ले रहे हैं उसकी वेबसाइट चैक करनी चाहिए और देखना चाहिए कि ऐसी कोई सुविधा कंपनी दे रही है या नहीं। वहीं बैंक संबंधी जानकारी बैंक शाखा में जाकर ही लें।
+92 से कॉल आए तो न उठाएँ
इस समय सबसे ज्यादा कॉल +92 नंबर से आ रहे हैं इसके साथ ही राजस्थान, झारखंड और बिहार के नंबर से भी लोगों को फोन करके परेशान किया जा रहा है। इसमें आपके फोन में 2G, 3G या 4G सिम को अपग्रेड करने के लिए कहा जाता है। इसी तरह एक नंबर है +925213385374 इससे कॉल करके बैंक या प्राॅपर्टी से जुड़ी जानकारी माँगी जा रही है। यह नंबर पाकिस्तान का है। और ट्रू कॉलर में लॉटरी के नाम से शो हो रहा है। इस नंबर से पूरी तरह से सावधान रहें। अगर गलती से फोन रिसीव कर लिया है तो कोई भी जानकारी शेयर न करें। इस नंबर से फोन करने के बाद ये लोग आपको बातों में उलझाएँगे और आपकी डिटेल एप के माध्यम से लेेकर अकांउट खाली कर सकते हैं। इसलिए पूरी सतर्कता बरतें और इन नंबरों की शिकायत स्टेट साइबर सेल के 1930 नंबर पर करें।
इस तरह की गलती न करें
बैंक फ्रॉड के लिए हैकर्स आपसे किसी न किसी बहाने से डेबिट कार्ड नंबर और पिन नंबर ले लेते हैं यह बिल्कुल न दें।
मोबाइल नंबर पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) पूछते हैं या केवायसी अपडेट की बात करते हैं, तो न बताएँ।
अपनी कोई भी डिटेल शेयर न करें अगर यह मिल गई तो आसानी से साइबर लुटेरे आपका बैंक अकाउंट खाली कर देंगे।
अकाउंट सस्पेंड की धमकी देते हैं या कैशबैक या कई तरह के ऑफर देते हैं, ताे सतर्कता बरतें।
ओएलएक्स वेबसाइट के नाम पर फोन आए या बैंक कर्मी बनकर, तो फोन रिसीव न करें।
फ्राॅड से बचने के लिए सबसे जरूरी सावधानी है कि अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से शेयर न करें। कोई टेक्निकल गड़बड़ी से पैसे कट गए तो बैंक में शिकायत करने पर रिफंड हो जाते हैं।
विवेक कुमार, मैनेजर,लीड बैंक
साइबर से जुड़ी शिकायत का तरीका कैसा है उसके आधार पर शिकायत होने पर कार्रवाई की जाती है। इसमें भी सबसे जरूरी यही है कि अनजान कॉल न उठाएँ और पूरी सतर्कता बरतें।
नीलेश अहिरवार, एसआई स्टेट साइबर सेल