जबलपुर: लोडिंग वाहन चालकों की मनमानी जहाँ मर्जी हुई वहाँ बना लेते हैं पार्किंग
- कृषि उपज मंडी प्रशासन बेतरतीब पार्किंग और जाम को लेकर अपने अधिकार क्षेत्र में कार्रवाई करने का दावा करता है
- समन्वय बनाकर पुलिस और मंडी प्रशासन कार्रवाई करे तो एक दिन में सभी की परेशानी दूर हो सकती है।
- लोडिंग वाहनों की पार्किंग की आड़ में शराबियों का भी जमावड़ा लग जाता है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में आए दिन लोडिंग वाहनों के कारण जाम की स्थिति बनती है। इनकी मनमानी के कारण ये चाहे जहाँ वाहन खड़ा कर देते हैं, जिससे नागरिकों को परेशानी होती है। इसी तरह मंडी के मुख्य द्वार के आसपास लोडिंग वाहनों की बेतरतीब पार्किंग हर किसी के लिए बड़ी मुसीबत बन चुकी है।
इस अराजकता के चलते आए दिन एक्सीडेंट और विवाद होना आम बात हो चुकी है। सबसे ज्यादा परेशानी दूरदराज से व्यापार के लिए माल लेकर पहुँचने वाले किसानों को होती है, जिनका घंटों समय और पैसों का नुकसान होता है। लोगों का आरोप है कि मंडी प्रशासन द्वारा इस अव्यवस्था को लेकर कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की जाती।
नियमों के अनुसार व्यापार के लिए अनाज, सब्जी, फल लेकर कृषि उपज मंडी पहुँचने वाले वाहनों को अनलोडिंग के बाद तत्काल बाहर होकर लौट जाना चाहिए। लेकिन वाहन चालक मंडी से निकलकर मेन गेट के आसपास ही गाड़ियाँ खड़ी करके चले जाते हैं।
जिससे भीड़ बढ़ने पर जाम के हालात निर्मित होने लगते हैं। कृषि उपज मंडी के बाहर बने मार्केट की साइड रोडों में लोडिंग वाहनों की लंबी कतारें लगने से यहाँ के दुकानदारों को भारी परेशानी होती है, क्योंकि उनकी दुकानों में ग्राहक आने से कतराते हैं।
कई बार छोटा हाथी, 407 और अन्य लोडिंग वाहन चालक दुकानों के सामने ही वाहन खड़ा करके गायब हो जाते हैं, जिससे दुकान खोलना मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं लोडिंग वाहनों की पार्किंग की आड़ में शराबियों का भी जमावड़ा लग जाता है।
जिसके कारण यहाँ का माहौल खराब रहता है।
पुलिस भी नहीं देती ध्यान
कृषि उपज मंडी प्रशासन बेतरतीब पार्किंग और जाम को लेकर अपने अधिकार क्षेत्र में कार्रवाई करने का दावा करता है, और बाहर की जिम्मेदारी पुलिस पर थोपता है। वहीं पुलिस मंडी प्रशासन पर कार्रवाई न करने का रोना रोती है।
जिसकी वजह से ये समस्या सुलझ नहीं पा रही। व्यापारियों का कहना है कि समन्वय बनाकर पुलिस और मंडी प्रशासन कार्रवाई करे तो एक दिन में सभी की परेशानी दूर हो सकती है।