Jabalpur News: दानापुर ट्रेन निरस्त करने से गया जाने वालों की मुसीबत बढ़ी

  • महीनों पहले कराया रिजर्वेशन पहुँच रहा ट्रेन निरस्त का मैसेज
  • गया जी जाने के लिए जबलपुर से सप्ताह में एक दिन चलने वाली दो-तीन ट्रेनें है
  • हालात ये हैं कि ट्रेनों में बैठने तक की जगह नहीं मिल रही, कंफर्म टिकट मिलना तो असंभव है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-28 12:57 GMT

Jabalpur  News: श्राद्ध पक्ष में पितरों के तर्पण के लिए गया जाना और वापस आना बहुत ही कठिन होता जा रहा है। कोयम्बटूर-दानापुर स्पेशल ट्रेन से 29 सितंबर को गया जी जाने के लिए जिन लोगों ने कोयम्बटूर-दानापुर स्पेशल ट्रेन से रिजर्वेशन कराया है, अचानक उनके पास इस ट्रेन के निरस्त होने का मैसेज पहुँच रहा है। जिससे उन यात्रियों की मुसीबतें बढ़ गई हैं।

ट्रेन निरस्त होने के बाद लाेगों के सामने यह समस्या आ रही है कि आखिर ऐन वक्त पर अब वे किस ट्रेन से जाने का रिजर्वेशन कराएँ क्योंकि तत्काल तो कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल है। वहीं दूसरी ओर स्थानीय रेल प्रशासन को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। सूत्रों की मानें तो जबलपुर से गया जाने वाली कोयम्बटूर-दानापुर ट्रेन नंबर 03324 व वापसी की ट्रेन दानापुर-कोयम्बटूर नंबर 03325 को निरस्त कर देने से हजारों लोग बेवजह परेशान हो रहे हैं।

एक मात्र ट्रेन उसमें भी जगह नहीं

जबलपुर से गया जाने के लिए प्रतिदिन मात्र एक ट्रेन मुंबई-हावड़ा मेल है, जो दोपहर 1.30 बजे जबलपुर से चलकर रात को 2.30 बजे गया स्टेशन पहुँचती है। इसके अलावा रेलवे द्वारा इस वर्ष स्पेशल ट्रेन के नाम से जबलपुर से चलाई जा रही ट्रेन नंबर 01701 यह स्पेशल ट्रेन 710 किमी के सफर को 12 घंटे जाने व वापसी में करीब 17 घंटे में पूरा कर रही है, जिससे इस ट्रेन से सफर करने वाले यात्री काफी परेशान हो रहे हैं।

बताया जाता है कि यह ट्रेन जबलपुर से शनिवार की शाम 7.30 बजे चलकर रविवार को सुबह 8.20 बजे गया पहुँचती है तथा रविवार को ही गया से दाेपहर 3 बजे चलकर अगले दिन सोमवार को सुबह 8.30 बजे जबलपुर आती है।

नहीं मिल रही कंफर्म बर्थ

बताया जाता है कि गया जी जाने के लिए जबलपुर से सप्ताह में एक दिन चलने वाली दो-तीन ट्रेनें है, लेकिन सभी ट्रेनों की स्थिति लगभग यह है कि किसी में बैठने तक की

जगह नहीं है। लोग पुरखों के श्राद्ध के लिए गया जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। हालात ये हैं कि ट्रेनों में बैठने तक की जगह नहीं मिल रही, कंफर्म टिकट मिलना तो असंभव है। हावड़ा मेल हमेशा फुल रहने के कारण इससे गया जाना तो नामुमकिन जैसा लग रहा है।

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