Jabalpur News: अध्यक्ष ने एक ही परिवार के सदस्यों को बेच डाले सोसायटी के प्लॉट

  • लोक निर्माण कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति का गोलमाल
  • 12 प्लॉट मनमाने तरीके से बिना प्रक्रिया का पालन किए नए सदस्य बनाकर बेच दिए गए हैं।
  • एक ही परिवार के सदस्यों को प्लाॅट देने का अधिकार सोसायटी काे नहीं है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-24 12:22 GMT

Jabalpur News:  मध्यमवर्गीय परिवार के सदस्यों को प्लॉट देने का सपना पूरा करने संजीवनी नगर स्थित लोक निर्माण कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति बनाई गई थी पर अब समिति के अध्यक्ष द्वारा गोलमाल करते हुए एक ही परिवार के सदस्यों को प्लाॅट बेचने का कारनामा किया गया है। इसकी शिकायत कलेक्टर व उपायुक्त सहकारी संस्थाएँ को दी गई है।

शिकायतकर्ता रोमेश तिवारी, अशोक कुमार सहित अनेक लोगों ने आरोप लगाया कि समिति के तत्कालीन अध्यक्ष अनिल बिलथरिया ने अपने भाई अशोक बिलथरिया के साथ मिलकर अनेक प्रकार की अनियमितताएँ की हैं। 12 प्लॉट मनमाने तरीके से बिना प्रक्रिया का पालन किए नए सदस्य बनाकर बेच दिए गए हैं।

एक्ट का पालन नहीं किया

शिकायत में आरोप लगाया गया है कि खसरा नंबर 179/1, 180, 181, 182, 211 लोक निर्माण कर्मचारी गृह निर्माण समिति के लिए एलॉट किए गए थे। इसमें पूर्व से सदस्य थे जिस आधार पर समिति बनी थी, पर अचानक अध्यक्ष ने एक्ट का पालन किए बिना नए सदस्य बनाए और उसके बाद उन्हें प्लॉट बेच दिए। यह भी आरोप है कि प्लॉट जिन्हें दिए गए वे एक ही परिवार के हैं।

गृह निर्माण के खाते में कम राशि दर्शाई गई

यह भी शिकायतकर्ताओं ने बताया कि लोक निर्माण कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति के अध्यक्ष ने बाजार कीमत पर करोड़ों में प्लॉट बेचे और समिति के खाते में मामूली रकम जमा की गई है। अध्यक्ष ने अपने भाई के साथ मिलकर खेल किया है। अब नया खेल करते हुए वहाँ पर खाली पड़े प्लाॅटों में मकान बनाने का काम बाहरी व्यक्ति को दिया गया है। जिसके द्वारा बिना कॉलोनाइजर लायसेंस के मकान बनाया जा रहा है।

यह था सोसायटी का उद्देश्य

लोक निर्माण कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति का मुख्य उद्देश्य था कि लोकनिर्माण के कर्मचारी को ही उक्त प्लॉट दिए जाएँगे। बाहरी व्यक्ति को प्लॉट नहीं दिए जाएँगे पर नियमों को दर किनार कर बाहरी व्यक्ति को प्लॉट एलॉट कर दिए गए हैं। वहीं सहकारी संस्थाएँ के अधिकारी आँख बंद कर पूरा नजर अंदाज करते हुए इस खेल में साथ दे रहे हैं।

रोड बनाने बेचा गया प्लॉट

शिकायत में रोमेश तिवारी, अशोक कुमार ने आरोप लगाए हैं कि मनीष पटेल को भी प्लॉट बेचा गया और यह प्लॉट मकान निर्माण के लिए नहीं बल्कि रोड बनाने के लिए दिया गया है। मनीष कॉलोनी बनाने की तैयारी में है ताकि बनाई गई कॉलोनी में रहने वाले लोगों को वहाँ से आने-जाने के लिए रास्ता बनाया जा सके। जबकि समिति का जो नक्शा पास हुआ है उसमें कहीं भी रोड निर्माण की अनुमति नहीं है। उसके बाद भी समिति के तत्कालीन अध्यक्ष ने खेल करते हुए प्लॉट बेच दिया और उक्त व्यक्ति पूर्व में भी कभी सदस्य नहीं था।

पहले से प्लाॅट मौजूद हैं खरीदारों के पास

बताया गया कि जिन्हें प्लॉट बेचे गए हैं उनके पास पहले से ही प्लॉट हैं। फर्म एंड सोसायटी के नियम के अनुसार जिनके पास पहले से प्लॉट होते हैं उन्हें सोसायटी या समिति प्लॉट नहीं देती और उसके बाद भी नियमों को ताक में रखकर अध्यक्ष ने प्लॉटों का विक्रय किया है।

एक ही परिवार के सदस्यों को प्लाॅट देने का अधिकार सोसायटी काे नहीं है। सोसयाटी में इस तरह का गोलमाल किए जाने की शिकायत आती है तो जाँच कर हमारे द्वारा कार्रवाई की जाएगी।

टीआर चौधरी, काॅर्पोरेट सोसायटी ऑडिटर

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