Jabalpur News: नेपाल में फँसे यात्री सुरक्षित बाॅर्डर पर पहुँचे, संभवत: आज घर आएँगे
- जबलपुर सहित रीवा, डिंडौरी के लोग थे शामिल
- कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एक दल को रवाना किया जिसमें तहसीलदार और थाना प्रभारी शामिल थे।
- सभी यात्री नेपाल स्थित पशुपतिनाथ के दर्शन करने गए थे।
Jabalpur News: नेपाल में आई बाढ़ में फँसे प्रदेश के लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जानकारी के अनुसार सभी यात्री बुधवार को बॉर्डर पहँुच गए हैं। उनके गुरुवार को घर आने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि नेपाल में फँसे यात्रियों में जबलपुर के साथ ही डिंडौरी और रीवा के लोग शामिल हैं।
बताया जाता है कि ये सभी यात्री नेपाल स्थित पशुपतिनाथ के दर्शन करने गए थे। इसमें जबलपुर से वेटरनरी कॉलेज में सहायक प्राध्यापक राकेश बरहैया के परिवार के 6 सदस्यों के अलावा डिंडौरी के 7 और रीवा के 4 दर्शनार्थी शामिल थे। इस बीच वहाँ बाढ़ के कारण भू-स्खलन भी होने लगा था।
ऐसे में सभी दर्शनार्थी फँस गए थे। उन्होंने नेपाल से वीडियो के जरिए प्रदेश शासन और संबंधित जिलों के अधिकारियों को अपनी पीड़ा बताई। सभी यात्री बस से उत्तर प्रदेश के निकट भारत-नेपाल सीमा पहुँच गए हैं। सभी यात्रियों ने प्रदेश सरकार का सहयोग के लिए आभार जताया है। दूसरी तरफ पर्यटकों के रिश्तेदारों ने इस खबर से राहत की साँस ली है।
कलेक्टर ने तहसीलदार और एक टीआई को भेजा
जानकारी लगते ही कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एक दल को रवाना किया जिसमें तहसीलदार और थाना प्रभारी शामिल थे। कलेक्टर ने संयुक्त कलेक्टर अनुराग सिंह को रेस्क्यू अभियान का प्रभारी बनाया था। सिंह ने बताया कि उनकी सहायता के लिए जबलपुर से एक तहसीलदार और एक थाना प्रभारी को भेजा गया है। वे पीड़ित लोगों तक पहुँचे और उन्हें सकुशल लेकर आये। ऐसे ही डिंडौरी और रीवा से भी अधिकारी वहाँ पहुँचे।
संयुक्त कलेक्टर सिंह ने बताया कि उन्हें नेपाल से बस के माध्यम से सोनाली बॉर्डर पर लाया गया। अब उन्हें ट्रेन से जबलपुर लाया जा रहा है। सभी यात्री सुबह निकलेंगे। उनके गुरुवार रात तक पहुँचने की संभावना है। संकट से निकलने के बाद इन यात्रियों ने अधिकारियों को फोटो और वीडियो शेयर कर धन्यवाद व्यक्त किया।