Jabalpur News: मदन महल पहाड़ी को ऑक्सीजन जोन बनाने 7 करोड़ खर्च करके पौधे लगाए
- हाई कोर्ट के आदेश पर हो रहा 54 एकड़ क्षेत्र में पौधारोपण
- तीन साल तक और करनी थी मॉनिटरिंग, स्मार्ट सिटी ने बीच में ही हटा दिए कर्मचारी
- पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोगों ने इस पर असंतोष भी जाहिर किया है।
Jabalpur News: मप्र हाई कोर्ट के आदेश पर मदन महल पहाड़ी के 54 एकड़ क्षेत्र को ऑक्सीजन जोन के रूप में विकसित करने के लिए यहाँ पर पाँच साल में 43 हजार 707 पौधे लगाए गए। स्मार्ट सिटी के माध्यम से चरण बद्ध तरीके से इस काम में करीब 7 करोड़ रुपए भी खर्च किए गए।
शहर के अधिकारियों और नागरिकों ने पौधों को बचाने का संकल्प भी लिया, लेकिन अब इन पौधों के संरक्षण पर खतरा मंडराने लगा है। बताया जा रहा है कि निर्धारित शर्तों के अनुसार स्मार्ट सिटी द्वारा यहाँ पौधों की देखभाल के लिए जो कर्मचारी तैनात किए गए थे, उन्हें हटा दिया गया है। पिछले 5 साल से पौधों की देखभाल करने के लिए 28 कर्मचारी लगाए गए। पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोगों ने इस पर असंतोष भी जाहिर किया है।
इन प्रजातियों के लगाए पौधे- मदन महल की पहाड़ी पर प्रथम चरण में बरगद, पीपल, गुलर, कदम्ब, जामुन, हर्रा, बहेड़ा, शीशम, सिरिस, चिरोल, अर्जुन, महारूख, कुल्लू, सेमल, कुम्भी, आँवला, धोबन, साजा, मुंडी, कुसुम और इमली के पौधे लगाए गए थे। दूसरे और तीसरे चरण में अचार, बेल, कसई, भिलावा, कचनार, सीताफल, अमलतास, करंज, बाँस, रीठा, लसोड़ा और अंजन आदि के पौधे लगाए गए थे।
सुरक्षा के लिए तैनात किए गए थे 28 कर्मी
हाई कोर्ट के आदेश पर स्मार्ट सिटी ने वर्ष 2019 में मदन महल के देवताल, चौहानी, मदन महल किला, विद्या नगर और बजरंग क्षेत्र में फेंसिंग कराई। फेंसिंग कराने के लिए पौधे लगाने का काम शुरू किया गया। पौधों की सिंचाई के लिए बोरवेल खोदे गए। पौधों की सिंचाई के लिए 28 कर्मचारी लगाए गए। नियमित देखभाल से यहाँ पर बड़ी संख्या में पौधे 12 फीट तक के हो गए हैं। अभी भी तीन साल तक पौधों की देखभाल की जानी है।
मदन महल की पहाड़ी पर 54 एकड़ क्षेत्र में 43 हजार 707 पौधे लगाए जा चुके हैं। जिनकी तीन साल तक देखभाल की जानी है। फंड की कमी के कारण पौधों की देखभाल के लिए कर्मचारी लगाना संभव नहीं। इसके लिए राज्य शासन ने राशि की माँग की है।
- केएल कांवरे, प्रोजेक्ट इंचार्ज, स्मार्ट सिटी
सूखने लगे हैं कई पौधे, देखभाल व सुरक्षा बेहद जरूरी
मदन महल पहाड़ी पर लगातार पौधारोपण कर रहे वॉक एंड क्लीन परिवार के अरविंद दुबे, गढ़ा निवासी मनीष शर्मा व उनके साथियों का कहना है कि लोगों को कोरोना काल में ऑक्सीजन का महत्व समझ में आया। इस दौरान कई लोगों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ दिया।
मदन महल पहाड़ी पर ऑक्सीजन बैंक तैयार हो गया है। इससे आसपास के क्षेत्र के तापमान में 2 डिग्री तक की कमी आई है। अब फंड की कमी के कारण पौधों की देखभाल नहीं हो रही। इससे बड़ी संख्या में पौधे सूखने लगे हैं। श्री दुबे का कहना है कि मदन महल के ऑक्सीजन बैंक को बचाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और नागरिकों को आगे आना होगा।