Jabalpur News: बीच सड़क पर बना लिया स्टेज लगा भारी जाम, कराह उठे लोग
- मनमानी: कार्यक्रम के लिए बंद कर दी गई रोड, जाम में फँसे लोगों ने जताया आक्रोश
- कहा-कौन दे रहा इस तरह हाईवे को ब्लॉक करने की अनुमति
- किसी भी कार्यक्रम की अनुमति संबंधित एसडीएम द्वारा पुलिस के सहयोग से प्रदान की जाती है।
Jabalpur News: शहर की अति व्यस्ततम सड़कों में शामिल बिलहरी रोड पर बुधवार शाम ऐसा जाम लगा कि लोग विचलित हो उठे। लोगों के अनुसार जाम का कारण ये था कि एक गणेश उत्सव समिति ने बीच सड़क पर ही कार्यक्रम का स्टेज लगाकर पूरी एक लेन को बंद कर दिया था।
हालात देख आक्रोशित लोगों की जुबान से यही शब्द निकले कि इस तरह रोड बंद करने की अनुमति आखिर कैसे दी गई और यदि बिना अनुमति के इस तरह रोड को ब्लॉक किया जाता है तो नियमानुसार इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
जानकारों ने बताया कि शहर से मंडला को जोड़ने वाली यह सड़क पहले एनएच-12ए में शामिल थी। रिंग रोड के निर्माण के बाद इसे एमडीआर यानी मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड माना गया है। इस सड़क पर लगभग चौबीसों घंटे यातायात का दबाव रहता है। इस तरह की व्यस्त सड़कों को बंद करने की अनुमति किसी हालत में नहीं दी जानी चाहिए।
जाम में फँसे भुक्तभोगियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बिलहरी स्थित प्रेम मिलन गणेश उत्सव समिति के द्वारा यहाँ एसबीआई के सामने बुधवार रात जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसी को लेकर बैंक के समीप बरेला से जबलपुर की ओर आने वाली सड़क की एक पूरी लेन को बंद करके वहाँ स्टेज लगा दिया गया था।
इसके कारण हालात ये बने कि बिलहरी में जहाँ स्टेज लगा था वहाँ पर पूरे वाहनों का दबाव जबलपुर से बरेला की ओर जाने वाली दूसरी लेन पर आ गया और आमने-सामने से आ रहे वाहन फँस गए और धीरे-धीरे यहाँ करीब आधा किलाेमीटर लम्बा जाम लग गया। लोगों को घंटों तक परेशानी का सामना करना पड़ा।
व्यस्ततम सड़क पर नहीं दी जा सकती कार्यक्रम की अनुमति
जानकारों ने बताया कि बिलहरी में जिस जगह पर ऑर्केस्ट्रा के लिए स्टेज बनाया जा रहा था। वह रोड पहले एनएच-12 में आता था, अब इसे मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड घोषित किया गया है। नियमानुसार ऐसे सार्वजनिक मार्ग को अवरुद्ध करके किसी भी तरह का कार्यक्रम कराने टेन्ट अथवा शामियाने नहीं लगाए जा सकते। लोगों का आक्रोश इस बात पर था कि आखिर सड़क बंद करने की अनुमति कैसे दे दी गई?
लोगों का यह भी आरोप था कि राजनीतिक संरक्षण के चलते यह सब कारनामा हुआ। इसकी सजा आम लोगों को भोगनी पड़ी। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। एसडीएम आरएस मरावी का कहना है कि सड़क पर न तो पंडाल लगाने किसी को अनुमति दी गई है और न ही यातायात बाधित करने की ही किसी को छूट है। यह मामला संज्ञान में आया है और इसकी जाँच कराई जाएगी।
सड़क पर ही लगा दीं टेबलें
आक्रोशित लोगों ने जब समिति के लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि जिस टेन्ट संचालक को यहाँ स्टेज बनाने का ऑर्डर दिया गया था उसे फुटपाथ पर टेबलें लगाकर स्टेज बनाने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने फुटपाथ की बजाय सड़क पर ही बड़ी-बड़ी टेबलें रखकर उसमें दरी बिछाई और सजावटी सामान भी लगाने लगे। जैसे ही जाम लगते देखा तो वैसे ही टेन्ट कर्मचारी मौके से गायब हो गए और जाम के कारण हालात बिगड़ गए।
न पुलिस पहुँची और न ही कोई जनप्रतिनिधि
जाम में फँसे लोगों ने बताया कि शाम करीब 4 बजे से लेकर पौने 7 बजे तक तकरीबन 4 सौ मीटर दूरी तक दोपहिया और चारपहिया वाहनों की कतार लग गई। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस एवं जनप्रतिनिधियों को भी सूचित किया लेकिन काफी देर तक उनमें से कोई भी यहाँ नहीं आए। लोग अपने-अपने वाहनों में बैठे-बैठे परेशान होते रहे। हालाँकि कुछ देर बाद पुलिस टीम यहाँ पहुँची, लेकिन एक बार वापस यहाँ से लौट गई। हालांकि बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप पर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर हालात को नियंत्रित किया।
यातायात के दबाव को देखते हुए गौर तक बने फ्लाईओवर
क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि गोराबाजार, बिलहरी, तिलहरी के साथ आगे गौर-बरेला रोड पर भी दर्जनों आवासीय कॉलोनियाँ बन गई हैं। इस वजह से रोड पर वाहनों का दबाव अधिक रहता है। वर्तमान में यह रोड टू-लेन है, इसके कारण जब-तब परेशानी बढ़ जाती है। लोगों का कहना है कि पेंटीनाका चौक से प्रस्तावित फ्लाईओवर को अब गोराबाजार के ऊपर से होते हुए गौर तक बढ़ाए जाने की जरूरत है। इसके लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को पहल करनी चाहिए। इस पहल से यहाँ से रोजाना आवागमन कर रहे हजारों लोगों को राहत मिल जाएगी।
आयोजन समिति भी सावधानी बरतें
किसी भी कार्यक्रम की अनुमति संबंधित एसडीएम द्वारा पुलिस के सहयोग से प्रदान की जाती है। यह मामला मुझे आपके द्वारा जानकारी में लाया गया है और इसकी जानकारी ली जाएगी। हालांकि प्रत्येक आयोजन समिति को यह ध्यान रखना चाहिए कि उनके द्वारा ऐसे किसी भी स्थान पर कार्यक्रम न कराए जाएँ जिससे कि लोगों को परेशानियाँ हों।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर जबलपुर
सड़क से हटवाई गईं टेबलें
आयोजन के लिए निर्धारित स्थल की जगह सड़क पर टेबल लगाकर मंच बनाए जाने की जानकारी लगी थी जिसकी जानकारी लेकर तत्काल अमले द्वारा मौके पर पहुँचकर उक्त टेबलों को हटवा दिया गया है।
आदित्य प्रताप सिंह, एसपी जबलपुर