Jabalpur News: बेतरतीब तीनपहियों की भेंट चढ़ गए 4 चौराहे, पैदल चलना भी हो रहा मुश्किल

  • शहर के रद्दी चौकी, दमोह नाका, तीन पत्ती चौक एवं सेंट नाॅर्बर्ट (भँवरताल रोड) पर सुबह से ही शुरू हो जाता है ऑटो की हुड़दंग
  • ट्रैफिक पुलिस का रवैया उदासीन
  • आरटीओ सूत्रों की मानें तो शहर में इन दिनों 10 हजार से ज्यादा सवारी ऑटो विभिन्न रूट पर दौड़ रहे हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-18 12:02 GMT

Jabalpur News: सवारी ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की मनमानी किस हद तक बढ़ चुकी है इसका अंदाजा शहर के 4 प्रमुख चौराहों को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है। यहाँ ट्रैफिक पुलिस की उदासीनता के चलते सुबह से लेकर देर शाम तक संबंधित चालक उत्पात मचाते रहते हैं।

लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से आम लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। हम बात कर रहे हैं रद्दी चौकी तिराहा, गोहलपुर चौक, दमोह नाका एवं तीन पत्ती चौक की जहाँ लम्बे समय बाद भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं।

शहर में दौड़ रहे 10 हजार से ज्यादा सवारी ऑटो

आरटीओ सूत्रों की मानें तो शहर में इन दिनों 10 हजार से ज्यादा सवारी ऑटो विभिन्न रूट पर दौड़ रहे हैं। उनके अलावा पिछले 5 सालों से 8 हजार से ज्यादा ई-रिक्शा भी फर्राटा भर रहे हैं। लेकिन इन ऑटो व ई-रिक्शा चालकों को जिन ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए उनका तनिक भी वे ध्यान नहीं रखते हैं और चौराहों पर छितरकर खड़े होना, बिना वर्दी, परमिट, लायसेंस व ट्रैफिक सिग्नलों की जानकारी के ही बेलगाम वाहन दौड़ाना और कहीं पर भी खड़े हो जाने जैसी अनियमितताएँ उनके लिए आम बात रहती हैं।

सुबह से ही शुरू हो जाता है उत्पात

सुबह 6 बजे के बाद से ही सवारी ऑटो एवं ई-रिक्शा चालकों का उत्पात शहर में शुरू हो जाता है। रद्दी चौकी, गोहलपुर, दमोह नाका एवं तीन पत्ती चौक के अलावा सेंट नॉर्बर्ट स्कूल रोड (भँवरताल मार्ग) पर भी चारों तरफ ऑटो एवं ई-रिक्शा चालक खड़े हो जाते हैं।

इसके साथ ही महिलाओं एवं युवतियों काे अपने वाहनों में बैठाने के बहाने छेड़खानी करने और निर्धारित शुल्क की बजाय मनमानी राशि माँगना तक ऑटो और ई-रिक्शा चालकों द्वारा अंजाम दिया जाता है।

देखकर भी कुछ नहीं करते ट्रैफिक पुलिस के जवान

शहर के लगभग हर तिराहे व चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस हेलमेट एवं वाहन संबंधी कागजातों की जाँच करने संबंधी कार्रवाई लगातार कर रही है। लेकिन इन्हीं चौराहों पर दिनभर ऑटाे व ई-रिक्शा चालकों का उत्पात भी निरंतर बना रहता है। इसके बावजूद संबंधित अधिकारी व कर्मचारी सबकुछ देखकर भी मूकदर्शक बने रहते हैं और यही वजह है कि ऑटो व ई-रिक्शा चालकों की मनमानी भी लगातार बनी रहती है।

यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले सवारी ऑटो एवं ई-रिक्शा चालकों पर लगातार कार्रवाई की जाती है। इसके अलावा जल्द ही एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर संबंिधत चालकों को हम ट्रैफिक नियमों से अवगत भी कराने वाले हैं।

- प्रदीप शेंडे, एएसपी ट्रैफिक पुलिस

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