जबलपुर: विकसित महानगरों की श्रेणी में शामिल हुआ जबलपुर
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साढ़े चार सौ करोड़ रुपए से बनाए सर्वसुविधायुक्त डुमना एयरपोर्ट व टर्मिनल बिल्डिंग का किया वर्चुअल शुभारंभ
- यात्री सुविधाओं में हुई बढ़ोत्तरी, मिलेगी राहत
- कुछ इस तरह नजर आ रही टर्मिनल बिल्डिंग
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। डुमना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के साथ ही नवनिर्मित टर्मिनल भवन का रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल लोकार्पण किया गया। यहाँ साढ़े चार सौ करोड़ रुपए खर्च करके एयरपोर्ट को सर्वसुविधायुक्त बनाया गया है।
श्री मोदी ने डुमना एयरपोर्ट के साथ ही देश के 16 एयरपोर्ट के कार्य का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए। डुमना एयरपोर्ट पर आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने कहा 2004 में जब मैं पहली बार जबलपुर लोकसभा से चुनकर आया तब उस समय जबलपुर को बड़ा गाँव कहा जाता था जो दंश की तरह चुभता था और उस समय उसका बड़ा कारण था जबलपुर में मजबूत कनेक्टिविटी नहीं थी और कनेक्टिविटी में भी हवाई सेवा का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है।
मैं कहने से ज्यादा करने में विश्वास करता हूँ और मैंने देखा कि जबलपुर में उस समय जो हवाई पट्टी थी उस पर गाय चरा करती थीं और पिछले पाँच वर्षों में कोई भी कॉमर्शियल फ्लाइट नहीं उतरी थी। एयर कनेक्टिविटी की राह जबलपुर देख रहा था और वैसे भी आजादी के बाद से अब तक 46 दिन से ज्यादा कोई हवाई सेवा जारी नहीं रही है।
सांसद बनने के बाद प्रयास प्रारंभ किए तभी एयर डेक्कन की शुरुआत देश में हुई और मैंने एयर डेक्कन के चीफ कैप्टन गोपीनाथ से चार बार मिलकर जबलपुर में एयर डेक्कन की नियमित उड़ान प्रारंभ कराई और उसके बाद किंगफिशर, स्पाइस जेट, एलाइंस एयर, इंडिगो और जूम से भी बात करके उड़ान प्रारंभ कराई और उसका परिणाम हुआ कि जबलपुर सीधे तौर पर दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, कलकत्ता, सूरत, बैंगलोर, बिलासपुर जैसे प्रमुख शहरों से हवाई सेवा के माध्यम से जुड़ गया।
नाइट लैंडिंग की कराई शुरुआत
श्री सिंह ने कहा केंद्र में यूपीए सरकार के समय तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी ने लिखित में नाइट लैंडिंग के लिए मना कर दिया था, क्योंकि एक भ्रम था की यह सेना का एयरपोर्ट है,
किंतु मैंने प्रयास किए और 18 मई 2010 को जबलपुर एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग की सुविधा के लिए तत्कालीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन वीपी अग्रवाल को जबलपुर आमंत्रित किया और उनके साथ जबलपुर में नाइट लैंडिंग की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की, परिणामस्वरूप जबलपुर में नाइट लैंडिंग की शुरुआत हुई।
भावुक हुए लोक निर्माण मंत्री
श्री सिंह ने कहा कि कभी हवाई सेवाओं में प्रयत्नों के लिए मुझे हवा हवाई नेता कहा जाता था और मेरा मजाक बनाया जाता था किंतु मुझे पता था कि किसी भी शहर या क्षेत्र का विकास हवाई सेवा के विस्तार के बिना नहीं हो सकता।
इसलिए मैंने इस दिशा में प्रयास प्रारंभ किए और यह मेरे लिए भावुक पल है क्योंकि 20 साल पहले जिस सपने को मैंने देखा था उसे आज पूरा होते देख रहा हूँ, इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री, केंद्रीय विमानन मंत्री श्री सिंधिया, मुख्यमंत्री डॉ. यादव एवं केंद्र सरकार के प्रति जबलपुर की जनता की ओर से आभार व्यक्त करता हूँ।
डुमना का छोटी हवाई पट्टी से अत्याधुनिक एयरपोर्ट तक का ऐसा रहा सफर
श्री सिंह ने कहा उड़ान प्रारंभ होने के बाद उसकी संख्या में उतार-चढ़ाव आते रहे लेकिन उसके साथ जरूरी था कि जबलपुर का एयरपोर्ट अत्याधुनिक और सर्व सुविधायुक्त बने और मैं जब सांसद बना तो जबलपुर एयरपोर्ट में एक छोटी हवाई पट्टी हुआ करती थी।
कुछ लोग इसे सेना का हवाई अड्डा भी कहा करते थे पर वायुसेवाओं के नाम पर कुछ नहीं था तब मैंने सांसद रहते हुए यहाँ नई टर्मिनल बिल्डिंग के साथ अत्याधुनिक सुविधायुक्त एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रयास प्रारंभ किए और मुझे खुशी है कि केंद्र में हमारी सरकार ने इसके लिए लगभग 450 करोड़ की राशि स्वीकृत की जिसका भूमिपूजन 13 अगस्त 2018 को तत्कालीन नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु एवं राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने जबलपुर में किया।
जिसके बाद एयरपोर्ट में नई टर्मिनल बिल्डिंग के साथ अन्य सुविधाओं से युक्त निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ और मुझे प्रसन्नता है आज प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से उस नई टर्मिनल बिल्डिंग, नए रनवे आदि का लोकार्पण किया गया।
लगातार किए प्रयत्नों की पराकाष्ठा का मिला सुखद परिणाम
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि जबलपुर एयरपोर्ट की यह भव्य बिल्डिंग शहर के लिए एक बड़ी सौगात है यह लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह के प्रयत्नों की पराकाष्ठा का परिणाम है।
उन्होंने कहा श्री मोदी जब से प्रधानमंत्री बने हैं तब से एयरपोर्ट व हाईवे से कनेक्टिविटी बढ़ी है। जबलपुर महाकौशल का केंद्र है। अब इसे महानगर बनाने की आवश्यकता है, यहाँ कनेक्टिविटी के साथ तेजी से विकास हो रहा है। जबलपुर ही नहीं छोटे-छोटे शहरों में भी एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रीवा में भी हवाई उड़ान शुरू होने वाली है।
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने शहरवासियों को विकसित एयरपोर्ट की उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह बात सही है कि सभी के प्रयासों से यह उपलब्धि मिल सकी है, इसके लिए पूर्व सांसद श्री सिंह ने भी अथक प्रयास किए हैं। समारोह को राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीक ने भी संबोधित किया।
नए टर्मिनल भवन का किया निरीक्षण
समारोह के उपरांत उपस्थित अतिथियों ने नवनिर्मित टर्मिनल भवन का निरीक्षण किया। यहाँ की व्यवस्थाएँ भी देखीं। कार्यक्रम में विधायक सुशील इंदू तिवारी, अशोक रोहाणी, अभिलाष पांडे, नीरज सिंह, संतोष बरकडे, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, निगमाध्यक्ष रिकुंज विज, रानू तिवारी, डाॅ. जितेंद्र जामदार, कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी आदित्य प्रताप सिंह, एयरपोर्ट डायरेक्टर वीके सूरी सहित एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी व सभी विमान कंपनियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।