शिक्षक से अभद्रता व मारपीट के मामले में निलंबित प्रभारी प्राचार्य ने एसडीओपी कार्यालय में घुसकर किया हंगामा
पुलिस अधिकारियों पर झूठे मामला बनाने का आरोप लगाकर गाली-गलौच, धक्का-मुक्की और अनगलत बातें की
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा।
एक शिक्षक से अभद्रता और मारपीट करने के प्रकरण में निलंबित चल रहे प्रभारी प्राचार्य संतोष आई अतुलकर द्वारा एसडीओपी कार्यालय में अनाधितकृत रूप से घुसकर गाली-गलौच, धक्का-मुक्की और अनर्गल बातें करने का एक ओर मामला सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पुलिस थाना परिसर में स्थित एसडीओपी कार्यालय में दोपहर करीब तीन बजे एसडीओपी रोहित लखारे और टीआई राकेशसिंह बघेल वीडियो कॉफ्रेंसिंग के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों से रूबरू हो रहे थे। इस दौरान शिक्षक से अभ्रदता और मारपीट के मामले में निलंबित प्रभारी प्राचार्य संतोष आई अतुलकर ने अनाधिकृत रूप से कार्यालय में घुसकर पुलिस अधिकारियों पर चिल्लाते हुए गाली-गलौच शुरू कर दी।
इस दौरान निलंबित प्रभारी प्राचार्य ने पुलिस अधिकारियों पर झूठा प्रकरण बनाने का आरोप लगाया और अनर्गल बातें करते हुए वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी कीं। घटना के बाद एसडीओपी कार्यालय के रीडर प्रधान आरक्षक रवि उईके ने पुलिस थाने पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी प्रस्तुत की। जिसके आधार पर प्रभारी प्राचार्य संतोष आई अतुलकर के खिलाफ धारा 294, 323, 353, 332, 452, 186, 506 आईपीसी का मामला पंजीबद्ध हुआ। शनिवार को मेडिकल जांच के उपरांत प्रभारी प्राचार्य को न्यायालय में पेश किया गया।
निलंबन के बाद से डीईओ कार्यालय में अटैच है प्रभारी प्राचार्य
विगत तीन नवंबर को एमपीएल हाईस्कूल परिसर में प्रभारी प्राचार्य संतोष आई अतुलकर ने एक अधीनस्थ शिक्षक के साथ मारपीट व गाली-गलौच की थी। पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर एक अन्य शिक्षक ने सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया था। शिक्षक की रिपोर्ट पर प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने धारा 294, 323 आईपीसी का प्रकरण दर्ज किया था। एफआईआर के बाद लोक शिक्षण आयुक्त ने प्रभारी प्राचार्य संतोष आई अतुलकर को निलंबित कर जिला शिक्षा अधिकारी के मुख्यालय में अटैच कर दिया।