फ्लाईओवर एक्सटेंशन: यही हाल रहा तो साल के अंत तक जनता को झेलनी पड़ेगी मुसीबत
- दमोह नाका चौराहे पर रोटरी का 70 फीसदी काम बाकी
- इसी तरह जहाँ रैंप बनाए गए हैं वहाँ अभी तक वर्क भी पूरा नहीं हो सका
- नीचे सीमेण्टेड सड़क बननी ही शुरू नहीं हो सकी, नाली भी आधी-अधूरी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। फ्लाईओवर एक्सटेंशन के लिए लोक निर्माण विभाग ने ठेका कंपनी को निर्माण पूरा करने के लिए अक्टूबर-नवंबर तक का वक्त दिया है। ठेका शर्त के अनुसार जुलाई तक निर्माण पूरा हो जाना था लेकिन यह तीन माह बढ़ाया गया, अभी लेकिन काम की रफ्तार कहती है कि जनता के हिस्से में यहाँ कष्ट आने वाले साल के अंत खत्म नहीं होगा।
यह भी संभव है कि 2025 के मध्य तक इस फ्लाईओवर के विस्तार वाले हिस्से का निर्माण पूरा न हाे सके। ढाई साल की कवायद में अभी तक 60 से 65 फीसदी ही वर्क पूरा हो सका है, इसमें भी दमोहनाका चौराहे पर जो गोल रोटरी बननी है उसमें काम 70 फीसदी बाकी है।
इसी तरह इसके दो रैंप जो एक कृषि उपज मंडी की ओर उतर रहा है और एक गोहलपुर की ओर उतर रहा है उसमें पर्याप्त वर्क होना है। नीचे जो नाली निर्माण होना है उसमें काम धीमा है। इसी तरह सीमेण्टेड सड़क जो तीन हिस्सों में पौने दो किलोमीटर के लगभग बननी है उसका काम तो शुरू ही नहीं हो सका है। इस तरह दमोहनाका-मदन महल फ्लाईओवर का विस्तार वाला हिस्सा समय सीमा में निर्माण को लेकर चुनौती बना हुआ है।
6 किलोमीटर के लिए बाधा है
दमोहनाका-मदन महल का मुख्य फ्लाईओवर जो ज्यादातर हिस्से में बनकर तैयार है यदि आगे का हिस्सा पूरा अभी एक-दो माह में बनकर तैयार भी हो जाता है तो विस्तार वाले हिस्से का अधूरा निर्माण आगे लिए बाधा है।
जब तक विस्तार वाला हिस्सा बनकर तैयार नहीं हो जाता है तब तक पूरे फ्लाईओवर में ट्रैफिक आरंभ नहीं हो सकता है। एक किलोमीटर का विस्तार वाला हिस्सा पीछे के 6 किलोमीटर के एरिया पर भारी है। लोगों कहना है कि एक्सटेंशन एरिया में निर्माण को लेकर विभाग माॅनिटरिंग नहीं कर पा रहा है, इसलिए वर्क में गति नहीं मिल पा रही है। निर्माण की धीमी गति से यहाँ जनता भी परेशान है।