जबलपुर: होटलों और मिठाई कारखानों की नहीं हो रही जाँच, मिलावट का बढ़ा खतरा
रक्षाबंधन पर पकड़ा गया था 4 क्विंटल मावा, दीपावली में अभी तक शुरू नहीं हुई पड़ताल
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
जिला प्रशासन के खाद्य विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की चुनावी ड्यूटी लगा दी गई जिसके कारण दीपावली जैसे बड़े पर्व पर न तो होटलों की जाँच हो रही है और न ही मिठाई या अन्य पकवान बनाने वाले कारखानों की। रक्षा बंधन में जाँच के दौरान 400 किलो मावा पकड़ा गया था। दीपोत्सव पर भी मिलावटी खाद्य सामग्री के विक्रय से इनकार नहीं किया जा सकता। लोगों का कहना है कि मिलावटी व दूषित सामग्री के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कम से कम जाँच की कार्रवाई तो चलती ही रहनी चाहिए।
बताया जाता है कि खाद्य विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियाें को इन दिनों डाक मतपत्र केन्द्र में लगाकर रखा गया है। ऐसे में उन्हें सुबह से शाम तक वहीं ड्यूटी करनी पड़ रही है। यही कारण है कि न तो वे होटलों की जाँच कर पा रहे हैं और न ही कारखानों की। चूँकि इन दिनों जमकर मिठाइयों और अन्य पकवानों का निर्माण कराया जा रहा है ऐसे में इन संस्थानों पर नजर रखना बेहद जरूरी होता है।
मावा किसका था यह तक नहीं पता
अगस्त माह में आईएसबीटी में पकड़ा गया 400 किलो मावा किसका था यह तक पता नहीं चल पाया है। यह मिलावटी था, दूषित था यह भी किसी को बताया नहीं गया। जब रक्षाबंधन पर इतनी बड़ी मात्रा में मावा पकड़ा गया था तो दीपावली में कितना मावा आता होगा इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है।
गंदगी से भरे हैं कारखाने
मिठाई और अन्य खाद्य सामग्री बनाने वाले कारखानों में जब भी छापामार कार्रवाई होती है तो वहाँ गंदगी, दूषित खाद्य सामग्री, एक्सपायरी डेट की सामग्री मिलती है। इससे आम नागरिकों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। यही कारण है कि जब भी कोई बड़ा पर्व होता है तो पहले से ही जाँच की कार्रवाई कराई जाती है।