गोरखपुर थाना क्षेत्र के रामपुर छापर में हृदय विदारक घटना, शुरुआती दौर में किसी के पास कोई जानकारी नहीं
कोई विवाद नहीं, न सुसाइड लेटर, मासूम के साथ फाँसी पर झूले दंपति
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
गोरखपुर थाना क्षेत्र के रामपुर छापर में रविवार की दोपहर 40 वर्षीय एमआर रवि बर्मन ने अपनी पत्नी पूनम 35 वर्ष व 10 वर्षीय मासूम बेटे आर्यन के साथ फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तीनों के शव कमरे में पंखे पर झूलता देख परिजन सदमे में आ गये, वहीं इस सनसनीखेज वारदात से क्षेत्र में मातम का माहौल निर्मित हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने तीनों शवों को फंदे से उतारकर पीएम के लिए रवाना किया। प्रारंभिक जाँच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस सामूहिक आत्महत्या के कारणों का पता लगाने पुलिस हर पहलू की बारीकी से जाँच कर रही है। टीआई अरविंद चौबेे ने बताया कि रामपुर छापर क्षेत्र में रवि बर्मन अपनी पत्नी पूनम व बेटे आर्यन के साथ रहते थे। उनके मकान से लगे हुए उसके तीन भाइयों के मकान हैं। रविवार की दोपहर रवि के घर से किसी प्रकार की आवाज नहीं आने पर बड़े भाई संतोष बर्मन ने खिड़की से झाँककर देखा तो कोई नजर नहीं आया। उसके बाद परिवार ने आस-पड़ोस के लोगों की मौजूदगी में दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो कमरे में तीनों फंदे पर लटके हुए थे। जानकारी लगने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचे और एफएसएल टीम द्वारा बारीकी से जाँच कराई गई। परिजनों से पूछताछ किए जाने पर आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। प्रारंभिक जाँच में यह आशंका जताई जा रही है कि पहले पत्नी पूनम और बेटे को फंदे पर लटकाने के बाद रवि ने खुद फाँसी लगाई है।
शुक्रवार को लौटे थे ससुराल से
परिजनों ने बताया कि चार भाइयों में रवि तीसरे नंबर का था। उसकी शादी करीब 12 साल पहले नरसिंहपुर में हुई थी। कुछ दिन पहले रवि का परिवार नरसिंहपुर गया था। वहाँ से शुक्रवार को लौटे थे। वापस लौटने के बाद आर्यन बड़े पिता संतोष के घर पहुँचा था और देर रात तक उनके बच्चों के साथ खेलता रहा। देर रात वह सोने के लिए चला गया था। उसके बाद शनिवार को रवि के मकान का दरवाजा बंद रहा। परिजनों ने बताया कि माँ कृष्णा ने शनिवार को भी दरवाजा खटखटाया था लेकिन दरवाजा नहीं खुला था।
मैहर जाने की थी तैयारी
परिजनों ने बताया कि ससुराल से लौटकर आने के बाद बड़े भाई संतोष और रवि अपने परिवार के साथ रविवार की सुबह मैहर दर्शन को जाने वाले थे लेकिन परिजनों को क्या पता था कि इस तरह की दर्दनाक घटना घटित हो जाएगी। दोपहर में तीनों के शवों को घर से बाहर निकाला गया तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। उधर घटना के बाद लाेगों की भीड़ जमा हो गई थी और हर कोई सदमे में नजर आ रहा था। शव देखकर लोगों की आँखें नम हो गईं।
शांत स्वभाव का था रवि
जाँच के दौरान परिजनों ने पुलिस को बताया कि रवि काफी शांत स्वभाव का था और वह कम बोलता था। उसके और उसकी पत्नी पूनम के बीच अच्छा तालमेल था, दोनों के रिश्ते अच्छे थे। अक्सर काम के सिलसिले में रवि को शहर से बाहर जाना पड़ता था। जरूरत पड़ने पर रवि को उसकी बहन आर्थिक रूप से मदद भी करती थी। परिजन इस बात से सदमे में हैं कि अगर कुछ परेशानी थी तो उन्हें बतानी थी लेकिन इस तरह का कदम उठाने के पीछे कौन सी वजह थी परिजनों की जानकारी में नहीं है।