जबलपुर: अतिथि आ गए, स्कूलों में पढ़ाने लगे लेकिन पोर्टल में हाजिरी न लगने से अटकी पगार
संचालनालय ने लगाई फटकार, नए सिरे से दिए सख्ती भरे निर्देश
डिजिटल डेस्क, जबलपुर।
जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है वहाँ अतिथियों की नियुक्ति हो गई, बाकायदा पढ़ाई भी पटरी पर आ गई लेकिन शिक्षकों की हाजिरी में गंभीरता नजर नहीं आई। यही वजह है कि लोक शिक्षण संचालनालय को सख्ती दिखाने की नौबत आई। संचालनालय के संचालक डीएस कुशवाहा ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 में रिक्त पदों पर पदस्थापना कर ली गई लेकिन जीएफएमएस में इनकी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई जा सकी है। कुछ संकुल प्राचार्यों की लापरवाही की वजह से समय-सीमा के भीतर हाजिरी तय नहीं हो पाई और इससे कई अतिथि शिक्षकों का मानदेय सुनिश्चित नहीं हो पाया।
पैसे-पैसे को मोहताज
इधर दूसरी तरफ वेतन से वंचित कई अतिथि शिक्षिक एक-एक पैसे को मोहताज हो गए हैं। जानकारों का कहना है कि शुरूआती दौर में शिक्षकों को भरोसा दिलाया गया कि कुछ औपचारिकताएँ पूरी होने के बाद उन्हें शिघ्र वेतन भुगतान किया जाएगा।
क्या-क्या करना होगा
संकुल स्तर पर
संचालनालय ने कहा है कि विद्यालयों में कार्यरत जिन अतिथि शिक्षकों की उपस्थिति जीएफएमएस पोर्टल में दर्ज नहीं है उनकी उपस्थिति रिक्वेस्ट को पोर्टल पर दर्ज किया जाए।
जिला स्तर पर
संकुल द्वारा भेजी गई अतिथि शिक्षक-2 तथा 3 की उपस्थिति रिक्वेस्ट काे परीक्षण कर उसे स्वीकृत और अस्वीकार किया जाए।
संभाग स्तर पर
संकुल केंद्र की ओर से भेजी गई अतिथि शिक्षक-1 की उपस्थिति की रिक्वेस्ट को परीक्षण के बाद स्वीकार अथवा अस्वीकार किया जाए।