दूसरे प्रदेशों से लाए गए पुराने वाहनों की खरीद-फरोख्त में चल रहा था फर्जीवाड़ा
हनुमानताल पुलिस ने 3 आरोपियों को दबोचा, 2 कार व 1 मोपेड जब्त
डिजिटल डेस्क जबलपुर।दूसरे प्रदेशों से पुराने वाहनों को शहर में लाकर उन वाहनों में फर्जीवाड़ा कर दूसरा नंबर डालकर बेचने वाले एक गिरोह को हनुमानताल पुलिस ने पकड़ा। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर उनके पास से इस तरह की 2 कार व 1 मोपेड जब्त किए। जब्त किए गए वाहन जिस प्रदेश या शहर से लाए गए थे उन पर किसी और स्थान का नंबर लिखा हुआ मिला। इस खुलासे के बाद वाहनों की खरीद-फरोख्त कर जालसाजी करने वाले आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। एक आरोपी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी का भाई बताया जा रहा है।
इस संबंध में सीएसपी अखिलेश गौर ने बताया कि सोमवार को किलकारी गार्डन ठक्कर ग्राम वार्ड के पास एक बिना नंबर की कार खड़ी हुई थी। संदेह होने पर पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि कार ठक्करग्राम निवासी किसी वसीम की है। पुलिस ने कार मालिक को पकड़ा और उससे पूछताछ कर कार के दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा लेकिन वह दस्तावेज नहीं प्रस्तुत कर सका। उसने बताया कि उक्त कार उसने अपने साथी रसीद निवासी गोहलपुर के साथ मिलकर राजस्थान से किसी फारूख नामक व्यक्ति से खरीदी और यहाँ लाकर वे इस कार को बेचने की फिराक में थे। पुलिस ने वसीम पिता मो. अब्दुल वहीद, रसीद पिता अहमद खान व कार खरीदने वाले अशरफ पिता शहीद अंसारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जाँच में लिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी अशरफ, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के एक नेता का भाई है।
कार कहीं की, नंबर कहीं का
जाँच में पता चला कि आरोपियों द्वारा कुछ समय पहले हैदराबाद निवासी मनोज यादव से एक कार खरीदी गई थी। उक्त कार के दस्तावेज नहीं थे और उस कार को उन्होंने मदार टेकरी निवासी अशरफ को 5 लाख 10 हजार में बेचा था। पुलिस ने जाँच की तो पता चला कि कार में जो नंबर प्लेट लगी थी उसमें नंबर एमपी 04 सीजेड 5742 था को भी जब्त किया, इसी प्रकार वसीम के पास से एक बिना नंबर की मोपेड भी जब्त की गई।
वाहन चोरी के होने का संदेह
पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जाँच में वाहन चोरी के होने की संभावना नजर आ रही है। वहीं इस बात की भी संभावना नजर आ रही है कि उक्त वाहन फाइनेंस के भी हो सकते हैं और किश्त चुकाए बिना ही उन वाहनों को बेच दिया है। पुलिस जाँच में जुटी है।