जबलपुर: पहले दिखाते हैं युवतियों की पिक और फिर करने लगते हैं ब्लैकमेल
- नए-नए तरीके इस्तेमाल कर रहे साइबर ठग
- सतर्कता बरतने कह रहे पुलिस के जिम्मेदार
- तस्वीरें वायरल करने की धमकियाँ भी दी जाती
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सोशल मीडिया के जरिए नए-नए तरीके इस्तेमाल कर जालसाज ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। जहाँ अभी तक एटीएम का पासवर्ड पूछकर लोगों के बैंक अकाउंट से रकम गायब कर दी जाती थी।
वहीं अब युवाओं एवं प्रौढ़ उम्र के लोगों को जालसाजों द्वारा युवतियों की पिक दिखाकर पहले तो उनसे दोस्ती करवाई जाती है। इसके बाद अंतरंग चर्चा कर रुपए देने के लिए ब्लैकमेल भी किया जाता है। देशभर के साथ ही शहर में भी बढ़ रहीं इन घटनाओं को देखकर पुलिस के जिम्मेदार खासे हैरान हैं और उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की समझाइश दी है।
उत्तराखंड और हरियाणा के होते हैं जालसाज
पुलिस सूत्रों की मानें तो देश के उत्तराखंड, यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं हरियाणा निवासी बेरोजगार युवकों द्वारा इन दिनों ऑनलाइन ठगी की जा रही है। इसके तहत फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पहले तो युवतियों की पिक और नाम दिखाकर युवकों व प्रौढ़ उम्र के लोगों तक ये जालसाज फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं।
इसके बाद व्हाॅट्सअप नंबर लेकर उनसे कुछ दिनों तक ऑनलाइन बातचीत करने के दौरान अंतरंग तस्वीरों का आदान-प्रदान भी करते हैं। इसके बाद जैसे ही युवाओं एवं प्रौढ़ आयु के लोगों की तस्वीरें हाथ लगती हैं, वैसे ही उनके पास सीधे फोन कर रकम माँगी जाती है। ऐसा नहीं करने पर तस्वीरें वायरल करने की धमकियाँ भी दी जाती हैं।
जो डर जाते हैं वे भेज देते हैं मनमानी रकम-
अपनी निजी तस्वीरें वायरल होने के भय से जो लोग डर जाते हैं, वे जालसाजों द्वारा माँगी गई राशि भेज देते हैं। इस दौरान एक-दो बार नहीं बल्कि लम्बे समय तक पीड़ित लोगों से मोटी रकम ऐंठने का सिलसिला लगातार चलता रहता है।
इसके साथ ही जो लोग उक्त रकम भेजने से इनकार कर देते हैं तो उनके साथ अभद्रता व गाली-गलौज तक की जाने लगती है। इतना ही नहीं कई बार तो निजी तस्वीरों को पीड़ितों के रिश्तेदारों तक भेजने के मामले भी प्रकाश में आ चुके हैं। जिसके बाद पीड़ितों द्वारा आत्महत्या का प्रयास तक करने जैसी दु:खद घटनाएँ सामने आ चुकी हैं।
पुलिस के पास पहुँच रहीं शिकायतें
शहर के विजय नगर, सिविल लाइन, संजीवनी नगर, अधारताल, गोरखपुर एवं सदर सहित अनेक इलाकों में रहने वाले लोगों के साथ इसी तरह की ठगी करने का प्रयास किया गया। इसके बाद इन पीड़ितों ने साइबर पुलिस एवं संबंधित थानों में शिकायतें भी कीं।
पुलिस द्वारा जल्द ही आरोपियों की खोजबीन करने का आश्वासन दिया गया लेकिन दूर-दूर के राज्यों में बैठे इन ठगों तक पहुँचने में पुलिस को भी लम्बा समय लगता है। यही वजह है कि उन्होंने आम लोगों से इस तरह की ठगी होने से बचने के लिए अनजान नंबरों से कॉल एवं फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट नहीं करने का आग्रह किया है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
विभिन्न तरीकों से ऑनलाइन ठगी करने की शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसे देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को सावधानी बरतनी चाहिए, जो भी ऐसी शिकायतें मिलती हैं तो संबंिधत आरोपियों को पकड़ने पूरे प्रयास किए जाते हैं।
-प्रदीप कुमार शेंडे, एएसपी जबलपुर