कबाडख़ाने में विस्फोट, दो श्रमिकों के चीथड़े उड़े, घंटों तक धधकती रही आग
खजरी-खिरिया बायपास में घटना से दहल गया पूरा इलाका, हिस्ट्रीशीटर शमीम का है कबाडख़ाना
डिजिटल डेस्क जबलपुर। अधारताल थाना क्षेत्र खजरी-खिरिया बायपास स्थित हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के कबाडख़ाने में गुरुवार की दोपहर पौने 12 बजे के करीब जोरदार विस्फोट हो गया। धमाका इतना तेज था कि कई किलोमीटर तक इसकी गूँज सुनाई दी। भूकंप जैसा आभास हुआ। धमाके में गोदाम की दीवारें ढह गयीं और शेड उड़ गया। जिस जगह पर विस्फोट हुआ वहाँ पर कई फुट गहरा गड्ढा हो गया। हादसे के दौरान वहाँ काम कर रहे दो श्रमिकों के चीथड़े उड़ गए। वहीं पाँच मवेशियों की भी मौत हो गयी। प्रारंभिक जाँच में यह बात सामने आई है कि कबाड़ी द्वारा आयुध निर्माणी खमरिया से स्क्रेप खरीदा गया था। उसी से यह धमाका हुआ है। घटना के कई घंटों बाद तक यहाँ आग धधकती रही।
पुलिस के अनुसार हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी का कबाड़ का कारोबार है और खजरी-खिरिया बायपास में उसका करीब दस हजार वर्गफीट में कबाडख़ाना है। गुरुवार दोपहर हुए तेज धमाके से कबाडख़ाने की दीवारें ढह गयीं और लोहे के पाइप से बना शेड उखड़कर दूर जा गिरा। उसकी शीट टूटकर हवा में उड़ गई। धमाके की गूँज से करीब 5 किलोमीटर के क्षेत्र में दहशत फैल गयी। आसपास के कई घरों की दीवारों में दरारें आ गयीं। धमाके के बाद कबाड़ में आग लगने से लपटें उठने लगीं। जानकारी लगने पर पुलिस व फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुँची। कबाडख़ाने को कब्जे में लिया गया। विस्फोट की जानकारी लगने पर आईजी अनिल कुशवाहा, कलेक्टर दीपक सक्सेना, एएसपी सोनाली दुबे आदि अधिकारी भी मौके पर पहुँचे। वहीं बम निरोधक दस्ते व एफएसएल टीम को जाँच के लिए बुलाया गया है। उधर सुरक्षा कारणों के चलते देर शाम तक पुलिस टीम कबाडख़ाने के अंदर नहीं जा सकी थी।
मौके पर मिला एक हाथ और एक धड़
पुलिस के अनुसार हादसे के वक्त कबाडख़ाने में करीब 10 श्रमिक काम पर थे। इनमें से दो श्रमिक क्रमश: बरेला क्षेत्र में रहने वाला भोलाराम भूमिया व एक अन्य श्रमिक लापता हैं। जाँच के दौरान पुलिस को कबाडख़ाने के पास एक हाथ व एक धड़ मिला है जो कि इन्हीं श्रमिकों का बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार हाथ व धड़ का डीएनए कराया जाएगा ताकि मृतकों की पहचान हो सके।
सेना अधिकारियों को बुलाया गया
जानकारी के अनुसार हादसे की जाँच के लिए पुलिस द्वारा आयुध निर्माणी खमरिया से सेफ्टी विभाग, एलपीआर सहित अन्य अधिकारियों को सूचना देकर बुलाया गया है। वहीं विस्फोटक की तीव्रता को देखते हुए जाँच के लिए एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है। इन विभागों की जाँच के बाद ही पुलिस कबाडख़ाने में प्रवेश कर जाँच पड़ताल शुरू करेगी।
संभवत:बम खोलते समय हुआ हादसा
जानकारों का कहना है कि कबाड़ी द्वारा आयुध निर्माणी से खरीदे गए स्क्रेप में बम या बारूद की मौजूदगी कारण यह हादसा हुआ होगा। बताया गया है कि आयुध निर्माणी द्वारा एलपीआर में बमों की जाँच किए जाने के दौरान कई बार बम मिस फायर होकर रेंज में आने वाले गाँवों की ओर चले जाते हैं। मिस फायर हुए इन बमों को भी गाँव वाले उठाकर ले जाते हैं और कबाड़ में बेच देते हैं। आशंका व्यक्त की जा रही है कि कबाडख़ाने में इसी प्रकार का कोई मिस फायर वाला बम रहा होगा, जिसमें विस्फोटक पदार्थ मौजूद रहा होगा। इसके खोल को कबाडख़ाने के श्रमिकों ने खोलने का प्रयास किया होगा और यह हादसा हो गया।
कबाड़ी का बेटा हिरासत में
आईजी अनिल कुशवाहा ने बताया कि हादसे के बाद शमीम कबाड़ी के फरार होने पर पुलिस ने अधारताल क्षेत्र से उसके बेटे फहीम को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि उनके द्वारा आयुध निर्माणियों से स्क्रेप खरीदा जाता है। इस स्क्रेप की वजह से ही विस्फोट हुआ होगा। जाँच पूरी होने के बाद ही घटना के कारणों का पूरी तरह खुलासा हो सकेगा।