जबलपुर: शिक्षा का स्तर मापने 398 स्कूलों में परीक्षा, शामिल हुए 15 हजार विद्यार्थी

स्टेट शैक्षिक अचीवमेंट सर्वे जिले में तैनात रही शिक्षा अधिकारियों की टीम

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-04 08:34 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

शिक्षा का स्तर जानकर उसमें सुधार की संभावनाएँ तलाशने के लिए शुक्रवार को जिले के 398 स्कूलों में एक तरह का सर्वे हुआ। परीक्षा के जरिए 15 हजार से ज्यादा विद्यार्थी इसमें शामिल हुए। हिन्दी और गणित के जिन सवालों के जवाब दिए गए उनसे तय हो सकेगा कि स्कूलों में शिक्षा का लेबल क्या और कैसा है? जिला परियोजना समन्वयक योगेश शर्मा ने बताया कि राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देश पर एनसीईआरटी द्वारा चयनित शासकीय और निजी स्कूलों में परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें कक्षा तीसरी, 6वीं एवं 9वीं में पढ़ने वाले बच्चों को शामिल किया गया।

ऐसे की मॉनिटरिंग

शैक्षिक उपलब्धि सर्वे के लिए पीएसएम, राज्य विज्ञान संस्थान एवं डाइट से 628 फील्ड इन्वेस्टिगेटर की नियुक्ति की गई। डाइट में प्रशिक्षण हासिल कर चुके इन्वेस्टिगेटर इन स्कूलों में पहुँचे और सर्वे कार्य शुरू कराया। जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, डाइट प्राचार्य सुधीर उपाध्याय, बीआरसी, बीएसी, सीएसी ने लगातार मॉनिटरिंग की। प्रशासन की ओर से सभी चयनित स्कूलों को सुबह 7 बजे से खोलने के निर्देश दिए गए थे। यह भी स्पष्ट किया गया था कि जब तक समापन की प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती, स्कूल बंद न किए जाएँ। सूत्रों का कहना है कि इसके बावजूद दो सेंट्रल स्कूलों ने दोपहर 2 बजे ही शाला बंद कर दी, जिससे व्यवस्था में लगे स्टाफ को काफी परेशानी उठानी पड़ी।

खास-खास

कक्षा तीसरी के छात्रों को 1 घंटा, 6वीं को 1.15 तथा 9वीं को 1.30 घंटा समय दिया गया।

परीक्षा के लिए हिन्दी, अंग्रेजी और उर्दू विषय को माध्यम बनाया गया।

सर्वे के लिए हर चयनित स्कूल से करीब 30-30 विद्यार्थियों को शामिल किया गया।

परीक्षा में सिर्फ हिन्दी और गणित से संबंधित सवाल पूछे गए।

अपने आप में अलग तरह का सर्वे देश भर में सुबह 10:30 बजे से शुरू किया गया।

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