जबलपुर: दुकानदार भी नहीं कर रहे नियमों का पालन, वातावरण हो रहा प्रदूषित, नगर निगम नहीं कर रहा कोई कार्रवाई
नर्मदातट में धड़ल्ले से चल रहा प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
आस्था के प्रतीक गौरीघाट में प्रतिबंधित पॉलीथिन का खुलकर उपयोग किया जा रहा है। दुकानदार भी खुलेआम पॉलीथिन में पूजन सामग्री का विक्रय कर रहे हैं। इससे गौरीघाट का वातावरण प्रदूषित हो रहा है। नगर निगम के अधिकारी पॉलीथिन विक्रय और उपयोग करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। माँ नर्मदा के घाटों को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम बड़े-बड़े दावे कर रहा है, लेकिन हकीकत इसके उलट है। तमाम कोशिशों के बाद भी माँ नर्मदा के प्रमुख घाट गौरीघाट में पॉलीथिन का उपयोग नहीं रुक रहा है। प्रतिदिन माँ नर्मदा के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि गौरीघाट में जगह-जगह लगे पॉलीथिन के अंबार बता रहे हैं कि नगर निगम के अधिकारी यहाँ पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। समय-समय पर कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकता की जाती है।
नगर निगम के थैला बैंक में लगा ताला
नगर निगम ने पॉलीथिन का उपयोग रोकने के लिए गौरीघाट में थैला बैंक की स्थापना की थी। कुछ दिन तक तो थैला बैंक का संचालन किया गया। उसके बाद थैला बैंक में ताला लगा दिया गया। इससे श्रद्धालुओं को पूजन सामग्री के लिए पॉलीथिन का उपयोग करना पड़ रहा है।
दुकानदारों में प्रशासन का भय नहीं
पॉलीथिन का उपयोग प्रतिबंधित होने के बाद भी गौरीघाट के दुकानदारों में प्रशासन का भय नहीं है। यहाँ पर आने वाले श्रद्धालुओं को पॉलीथिन में पूजन सामग्री दी जा रही है। पूजन के बाद श्रद्धालु घाट पर ही पॉलीथिन फेंक देते हैं। इसके साथ ही प्लास्टिक के दोने का भी उपयोग किया जा रहा है।
जन-जागरूकता का अभाव
पॉलीथिन का उपयोग जन-जागरूकता से ही रोका जा सकता है। गौरीघाट में पॉलीथिन के उपयोग को लेकर जन-जागरूकता का अभाव देखा जा रहा है। यहाँ पर आने वाले श्रद्धालु भी पॉलीथिन के उपयोग का विरोध नहीं करते हैं। इससे पॉलीथिन का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है।
गौरीघाट में पॉलीथिन का उपयोग करने वाले पर समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। जल्द ही पॉलीथिन का उपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
पवन श्रीवास्तव, संभागीय अधिकारी