जबलपुर: पनागर-पाटन के भी मतगणना चक्र को कम करने की कवायद
भोपाल से दिल्ली भेजा गया प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
पनागर की मतगणना हो या पाटन की इनमें सर्वाधिक समय लगता है और 22 से 23 राउंड में मतगणना पूरी होती है। जब अंतिम परिणाम आते हैं तब तक एजेंटों को भी नींद आने लगती है, क्योंकि सुबह 5 बजे से केन्द्र पहुँचे लोग रात तक हलाकान हो जाते हैं। ऐसे में अब जिला प्रशासन ने राउंड कम करके तेजी से परिणाम जारी करने की तैयारी की है। इसके लिए अधिक मतदाताओं वालीं विधानसभाओं के राउंड 22-23 से कम करके 18 तक लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए भोपाल से अनुमति की माँग की गई थी जिसे भोपाल ने दिल्ली भेज दिया है।
विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवम्बर को हुए मतदान की मतगणना 3 दिसम्बर को जवाहर लाल नेहरू कृषि विवि में होगी। इसके लिए तैयारियाँ अब अंतिम चरण में हैं। पूर्व की भांति मतगणना होती तो सबसे पहले कैंट के नतीजे सामने आते, क्योंकि कैंट में सबसे कम 214 मतदान केन्द्र हैं इस हिसाब से कैंट में केवल 16 राउंड की गिनती होती है, जबकि पनागर विधानसभा में सबसे अधिक 310 मतदान केन्द्र हैं इसलिए वहाँ की गिनती 23 चक्रों में पूरी होती है, अब जिला प्रशासन ने मतगणना में भी एकरूपता लाने का प्रयास किया है। इसके लिए 16 ईवीएम की जगह एक बार में 16 से 18 ईवीएम की मतगणना कराकर पूरी मतगणना को 18 राउंड में समाप्त करने की तैयारी की जा रही है। इसी के लिए राज्य निर्वाचन आयोग से अनुमति माँगी गई थी जिसे राज्य निर्वाचन आयोग ने दिल्ली चुनाव आयोग को भेज दिया है।