जबलपुर: 15 डिग्री के फर्क का असर सेहत पर सर्दी-जुकाम, वायरल के मरीज बढ़े
दिन का तापमान 31 डिग्री से ऊपर और रात में 16 डिग्री की ठंडक, विशेषज्ञों ने कहा- बदलते मौसम में रखनी होगी सावधानी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
इन दिनों मौसम के बदलते मिजाज के कारण लोग सर्दी, खाँसी व जुकाम के शिकार हो रहे हैं। खास तौर पर रात में तापमान गिरने पर घर से बाहर निकलने वाले ज्यादा चपेट में है। त्योहारों के दौरान अस्पतालों की ओपीडी में भीड़ नजर आ रही है, वहीं बड़ी संख्या में वार्ड में मरीज भर्ती हैं। सबसे ज्यादा संख्या वायरल पीड़ितों की है। वहीं डेंगू के संदिग्ध लक्षणों वाले मरीज भी सामने आ रहे हैं, जिन्हें प्लाज्मा चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है। इसके चलते जिला अस्पताल, एल्गिन और मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंकों में प्लाज्मा की डिमांड भी बढ़ी है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को दिन में गर्मी और सुबह-शाम सिहरन का अहसास होने लगा है। ऐसे में लोगों को स्वस्थ रहने के लिये सावधानी बरतने की जरूरत है।
सावधानी नहीं बरतने पर सर्दी, खाँसी और बुखार होने की संभावना बढ़ जाती है। इस मौसम में हल्की लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। यह मौसम उम्रदराज, बच्चों, डायबिटिक, हाइपरटेंसिव एवं श्वास रोगियों के लिए विशेष सावधानी बरतने वाला है।
बढ़ी है पीआरपी की डिमांड, विशेष ध्यान रखने की जरूरत
मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. शिशिर चनपुरिया ने बताया कि बीते कुछ दिनों में पीआरपी की डिमांड तुलनात्मक रूप से बढ़ी है, जिसकी वजह वायरल और डेंगू के संदिग्ध लक्षणों के साथ मरीजों का मिलना है। जिला अस्पताल के डाॅ. प्रियंक दुबे ने बताया कि सर्दी, खाँसी और बुखार के मरीजों की संख्या अधिक है, हालांकि डेंगू के मामले बेहद कम हैं। इसके बाद भी कुछ मामलों में प्लेटलेट्स घट रहे हैं। इन दिनों सर्दी के साथ कफ की समस्या हो सकती है। बुजुर्गों को भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। शुरुआती ठंड को लोग अक्सर नजरअंदाज करते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए।
प्रदूषण का भी आँकड़ा बढ़ा
जानकारों का कहना है कि चूँकि मौसम बदल रहा है, इसके कारण सड़कों पर प्रदूषण का आंकड़ा बढ़ा हुआ है। ऐसे में जब भी बाहर से आएँ और गर्मी महसूस हो तो पंखा न चलाएँ, बल्कि कुछ देर आराम से बैठें, साथ ही सफाई का भी ध्यान रखें। इस तरह के मौसम में श्वांस संबंधी मरीजों को विशेष सावधानी की जरूरत है ।