वेयरहाउस की जाँच में बोरों में भरी मिली मिट्टी, चौंक गई भोपाल से आई टीम
स्थानीय अधिकारी के नाम पर केवल ब्रांच मैनेजर की मदद ली
डिजिटल डेस्क जबलपुर। इन दिनों भोपाल की दो टीमें जिलें में जाँच कर रही हैं। एक टीम जहाँ किसानों के फर्जी पंजीयन की तलाश कर रही है वहीं दूसरी टीम चरगवाँ में वेयरहाउस की जाँच कर रही है। इस टीम को गेहूँ की बोरियों में मिट्टी भरी मिली है। इस वेयरहाउस पर पहले भी अनियमितता के आरोप लग चुके हैं और उसे ब्लैकलिस्ट िकया गया है। यहाँ रखे अनाज में कीड़े भी लग चुके हैं जिससे अलग कराया जा रहा है। भोपाल से आई टीम गुपचुप कार्य कर रही है और स्थानीय अधिकारी के नाम पर केवल ब्रांच मैनेजर की मदद ली जा रही है।
बताया जाता है िक मझौली में सिकमीनामे के जरिए जमकर फर्जीवाड़ा किया गया और िकसानों के नाम पर कई व्यापारियों के पंजीयन कर िदए गए हैं। इसकी जाँच लगातार कराई जा रही है। वहीं नया मामला चरगवाँ के मयंक वेयरहाउस का है। यहाँ भी जाँच के िलए भोपाल से मध्यप्रदेश
वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक की ओर से टीम भेजी गई है। जाँच टीम लगातार जाँच कर रही है। बताया जाता है िक यहाँ रखी बोरियों में भारी मात्रा में मिट्टी मिली है, यह मिट्टी किस उपयोग के लिए वेयरहाउस में रखी गई थी इसकी जाँच कराई जा रही है। फिलहाल इसे अलग कराया जा रहा है और अनाज की बोरियों की गिनती की जा रही है।
लगातार विवादों में रहा है वेयरहाउस
मयंक वेयरहाउस लगातार विवादों में रहा है। मई माह में इस वेयरहाउस की जाँच कराई गई थी तब 1220 क्विंटल गेहूँ अतिरिक्त िमला था। कई िकसानों ने जनसुनवाई में अनाज हड़पने का आरोप भी वेयरहाउस संचालकों पर लगाया था। इन सबको देखते हुए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने मई में ही इस वेयरहाउस को ब्लैकलिस्ट कर िदया था, और एफआईआर के िनर्देश भी िदए गए थे।
अभी जाँच जारी है
जाँच टीम में शामिल भोपाल से आए वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन के रामकुमार सक्सेना का कहना है िक अभी जाँच जारी है। कुछ बोरियों में मिट्टी मिली है जो कि स्टैक की निचली लेयर में थी। इसे अलग कराया जा रहा है। इस जाँच कार्य में वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन भेड़ाघाट की ब्रांच मैनेजर प्रियंका पठारिया भी शामिल हैं।