जबलपुर: नगर निगम की उदासीनता से व्यावसायिक क्षेत्रों और रिहायशी इलाकों में जानवर मचा रहे उत्पात
कभी भी राहगीरों पर हमला कर देते हैं आवारा मवेशी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर की सड़कों पर मवेशियों का उत्पात कोई नई बात नहीं रह गया है। हालात ये हैं कि कभी भी ये मवेशी सड़कों पर आवागमन कर रहे राहगीरों पर हमला कर देते हैं। इसके अलावा बीच सड़क पर बैठकर हादसों का सबब भी बन रहे हैं लेकिन इन हालातों के बावजूद व्यावसायिक क्षेत्रों से लेकर रिहायशी कॉलोनियों तक में इनकी धमाचौकड़ी बनी रहने के बावजूद नगर निगम के जिम्मेदार पूरी तरह से खामोश बने बैठे हुए हैं।
नगर निगम की उदासीनता से ही शहर के दमोह नाका रोड, बड़ा फुहारा, मिलौनीगंज, कांचघर, सतपुला, गोकलपुर, लटकारी का पड़ाव, गोहलपुर, गढ़ा, गोरखपुर एवं रांझी आदि इलाकों में भी रोजाना सुबह से लेकर देर रात्रि तक गाय, बैल एवं भैंसों को भी आसानी से सड़कों पर ही देखा जा सकता है। इस दौरान सब्जी बाजारों में तो मवेशियों का झुंड लोगों को खरीददारी करने से लेकर आवागमन करने तक में भी परेशानियाँ उत्पन्न कर देता है। इसके अलावा जहाँ-तहाँ लगे कचरे के ढेरों में भी हुड़दंग मचाकर यही मवेशी गंदगी की समस्या को भी बढ़ावा देते नजर आ रहे हैं।
एक्सीडेंट और मौतों का बन चुके हैं सबब
मवेशियों से आम लोगों को किसी तरह की परेशानी उत्पन्न न होती हो ऐसा नहीं है, बल्कि मवेशियों के कारण ही सड़क हादसे होने और उनके हमलों के कारण लोगों की मौतें होने के मामले भी सामने आ चुके हैं। कुछ महीनों पूर्व रसल चौक स्थित निजी अस्पताल आ रहीं स्कूटी सवार एक माँ-बेटी को आवारा बैल ने सींग मारकर नीचे गिरा दिया था तो वहीं गढ़ाफाटक क्षेत्र में भी रात्रि के समय एक युवक को नीचे गिराकर उसके सीने में बैल ने सींग मार दिया था। जिसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका था।