जबलपुर: अधारताल तहसील में सीमांकन को लेकर अधिवक्ताओं व पटवारियों में हुआ विवाद
- प्राइवेट मशीन के लिए माँगे 50 हजार, शिकायत की चेतावनी पर भड़के, गर्माया रहा माहौल
- वकीलों ने एसडीएम शिवाली सिंह को शिकायत सौंपकर कार्रवाई की माँग की है।
- मामले में न्यायालय तहसीलदार से आरआई द्वारा सीमांकन कराने के आदेश हुए हैं।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अधारताल तहसील में सीमांकन के विवाद पर सोमवार को वकीलों और पटवारियों में विवाद की नौबत आ गई। पटवारियों ने वकीलों तथा आवेदक के साथ गाली-गलौज की।
इस पर वकीलों ने एसडीएम को पत्र सौंपकर कार्रवाई की माँग की है और साफ चेतावनी दी गई है कि यदि दोषी पटवारी पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे। वहीं पटवारी तथा राजस्व कर्मचारियों का कहना है कि वकील सीमांकन के लिए गलत तरीके से दबाव बनाते हैं।
विवादास्पद मामले जिसमें आरआई को आदेश दिया गया है उसका सीमांकन पटवारी से कराना चाह रहे हैं। इस मामले को लेकर पूरे दिन तहसील का माहौल गर्म रहा। एसडीएम को सौंपी शिकायत में वकील अमित जैन ने बताया कि आवेदक हरीश कुमार साहू ने अपने वकील के माध्यम से 13 मार्च काे सीमांकन प्रकरण में न्यायालय के आदेश की जानकारी माँगी तो पटवारी, मशीन ऑपरेटर तथा मशीन न होने की स्थिति में पटवारी जागेन्द्र पीपरी द्वारा 50 हजार रुपए माँगे गए।
जब उक्त राशि माँगने की शिकायत करने की बात कही गई तो गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद तहसील कार्यालय विजय नगर में अन्य अधिवक्ता भी पहुँच गए लेकिन उनके साथ भी अभद्रता की गई। इस मामले को लेकर वकीलों ने एसडीएम शिवाली सिंह को शिकायत सौंपकर कार्रवाई की माँग की है।
आरआई के आदेश हुए, हमारी सुरक्षा कौन करेगा
इस सम्बंध में पटवारी जागेन्द्र पीपरी ने कहा कि हरीश साहू के मामले में न्यायालय तहसीलदार से आरआई द्वारा सीमांकन कराने के आदेश हुए हैं। उनसे लगातार कहा जा रहा था कि आरआई से सम्पर्क करो लेकिन उन्होंने हमारे ऊपर दबाव बनाया।
उन्हाेंने अभद्रता की तो मैंने बताया कि मेरा बेटा भी वकील है लेकिन इसके बाद भी वे नहीं माने और गाली-गलौज करते रहे। ऑफिस के हर कर्मचारी ने देखा कि वकीलों ने कितनी अभद्रता की। ऐसे में हमारी सुरक्षा कौन करेगा, आरोप तो कुछ भी लगाए जा सकते हैं लेकिन असलियत यह है कि गलत कार्य के लिए यहाँ दबाव बनाया जाता है।
जल्द ही सुलझ जाएगा मामला
वकीलों और हमारे कर्मचारियों के बीच कुछ विवाद हुआ है। इसकी पूरी जानकारी एकत्र की जा रही है और जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा। सीमांकन में निश्चित ही देरी हो रही है, क्योंकि हमारे सभी कर्मचारी लगातार चुनाव कार्य में रहे और उसके बाद भी कोई न कोई कार्य आ रहा था।
-दीपक पटेल, तहसीलदार अधारताल