जबलपुर: जिस हिस्से में 120 फीट की सड़क वहाँ भी दोपहिया वाहन निकलने में मुसीबत
दीनदयाल चौक से दो किमी के दायरे में सब्जी के ठेलों का कब्जा, 60 फीट के एक हिस्से की सड़क का 90 फीसदी हिस्सा तक घेर लेते हैं, इनको खदेड़ने वाला कोई नहीं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
दीनदयाल चौक शहर के बड़े चौराहों में से एक है। यहाँ पर चौड़ी सड़क और इसके चारों ओर जाने के लिए जो मार्ग इस्तेमाल किए जाते हैं उनमें सड़क 100 से 120 फीट तक चौड़ी है पर अफसोस इन्हीं चौड़ी सड़कों पर आम आदमी को शाम के समय एक दोपहिया वाहन निकालने में भी अच्छी खासी परीक्षा से गुजरना पड़ता है। इसकी वजह यह है कि इस चौराहे से कृषि उपज मंडी की ओर जैसे ही जाते हैं तो किनारे के हिस्से से सब्जी के ठेले वाले सड़क पर कब्जा करते हुए तो दो से तीन किलोमीटर के एरिया को पूरी तरह से अपनी आगोश में ले लेते हैं। पूरा एरिया शाम के समय कस्बाई हालत में होता है। यहाँ पर सब्जी के ठेले वाले आजादी के साथ कार, दोपहिया, तीनपहिया वाहन व पैदल चलने वालों का रास्ता रोकने आमादा हैं। नगर निगम का अमला जिन पर इनको खदेड़ने की जिम्मेदारी है वे कभी यहाँ नजर ही नहीं आते। अभी कुछ सालों से इस पूरे एरिया में सब्जी के ठेलों ने मार्ग पर चलने वालों के लिए अच्छी खासी परेशानी पैदा कर दी है। शाम के वक्त अच्छी खासी चौड़ी सड़क पर परेशानी महसूस होती है। कई बार तो दीनदयाल चौक पर सब्जी के ठेले व खड़े होने वाले ऑटो के बीच से निकलना बेहद पीड़ा दायक होता है।
कृषि उपज मंडी नजदीक तो रोड पर दुकानें क्यों
लोगों का कहना है कि यहाँ पर जब कृषि उपज मंडी करीब है और वहाँ पर सब्जी की दुकानों के लिए जगह है। जब करीब ही पूरी सब्जियों को बेचने के लिए व्यवस्था दी गई है तो रोड को घेरने या कब्जा करने की आजादी इन्हें क्यों दी जाती है। इसको लेकर कोई स्थाई निर्णय लिया जाना चाहिए। जब तक इस पूरे क्षेत्र से ये सब्जी के ठेले अलग नहीं किए जाते, तब तक पूरा क्षेत्र निकलने वालों के लिए राहत भरा नहीं हो सकता। जो दुकानें सड़क पर सब्जी के लिए लग रही हैं उनके लिए स्थाई हॉकर्स जोन करीब बना देना चाहिए, साथ ही सड़क पर कब्जा न हो इसके लिए ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम के अधिकारियों को कुछ तो ध्यान देना चाहिए, नहीं तो यहाँ से निकलना दिनों दिन और फजीहत भरा होने वाला है।