जबलपुर: अनाज खरीदी शुरू होने से पहले घालमेल, 1 माह बाद पहुँचा आदेश
धान खरीदी में किसानों को होगी मुसीबत :1 सितंबर को गठित हो जानी थी जिला उपार्जन समिति, 12 को गठन हुआ
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
समर्थन मूल्य पर होने वाली धान, ज्वार और बाजरा की खरीदी अभी शुरू भी नहीं हुई थी कि इसकी प्रक्रिया में घालमेल होने लगा। जो आदेश 1 अगस्त का था वह 1 सितम्बर को यहाँ आता है और जो कार्य 1 सितम्बर को होना था वह 12 को होता है। यहाँ से लेकर भोपाल तक एक जैसा माहौल है। पटवारियों की हड़ताल के कारण अभी तक गिरदावरी तक नहीं हो पाई है जिससे यह पता नहीं कि किस खेत में कौन सी फसल है। ऐसे में सैटेलाइट इमेज से क्या सत्यापन किया जाएगा और किन किसानों की फसल खरीदी जाएगी इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय के अपर सचिव की ओर से जारी किए गए आदेश के तहत समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार और बाजरा की खरीदी के पूर्व किसानों का पंजीयन 20 सितम्बर से 5 अक्टूबर के दरमियान होना है। इसके लिए 1 अगस्त को भोपाल से आदेश जारी हुआ था जिसमें यही तारीख दर्ज है, लेकिन अगस्त को काटकर सितम्बर कर दिया गया। चौंकाने वाली बात तो है कि 1 सितम्बर को जिला उपार्जन समिति का गठन हो जाना था उस तिथि के बाद यहाँ आदेश आया। बल्कि इसी तारीख पर राज्य उपार्जन समिति का भी गठन होना था और राज्य एवं जिला कंट्रोल रूम की स्थापना 1 तारीख को ही करनी थी। जब आदेश इतनी देर से मिलेगा तो गठन कैसे समय पर होगा। यही कारण है कि जिला उपार्जन समिति का गठन 12 सितम्बर को किया गया और आगे के कार्य अभी लम्बित ही हैं, जिनमें नोडल टीम का गठन, जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण आदि शामिल हैं।
खरीदी केन्द्रों में होती है गड़बड़ी
अनाज खरीदी केन्द्रों में भी जमकर गड़बड़ी की जाती है। ऐसे-ऐसे केन्द्र बना दिए जाते हैं जिन पर पहले से फर्जीवाड़े के मामले दर्ज होते हैं या फिर वेयर हाउस में जगह तक नहीं होती। बेहतर होगा कि किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए अभी से उच्चाधिकारी इस मामले पर नजर रखें वरना परेशानी किसानों को ही उठानी होगी।