जबलपुर: विजय नगर की सड़कों पर कब्जों की होड़, कहीं जमी गुमटियाँ तो कहीं हाथ ठेले बन रहे मुसीबत
विडंबना अस्थायी कब्जों से लोगों को आवागमन में परेशानी चौराहों पर भी पीक आवर्स में ट्रैफिक जाम की नौबत
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर के सबसे नये रिहाइशी इलाकों में शुमार विजय नगर एरिया खुली चौड़ी सड़कों और कुछ सलीके के एरिया के रूप में जाना जाता था, पर कुछ समय से इस पूरे क्षेत्र में अतिक्रमण करने की होड़ मची है। इसकी सड़कों के किनारे, विशेष तौर पर चौराहों पर पीक आवर्स में निकलना केवल इसलिए मुश्किल हो रहा है कि यहाँ पर अस्थायी कब्जे बेतहाशा बढ़ गए हैं। उखरी के आगे से जो कब्जे शुरू होते हैं तो अग्रसेन चौक, अहिंसा चौक, स्टेट बैंक चौराहा और आगे दीनदयाल चौक तक कब्जों से बदतर स्थिति निर्मित हो चुकी है। लोगों का कहना है कि नगर निगम का अतिक्रमण हटाने वाला दस्ता सालों से इस हिस्से में नजर नहीं आया है, जिससे इस पूरे क्षेत्र में कब्जा करने वालों के हौसले बुलंद हो चुके हैं। लोगों को निकलने का रास्ता मिल पाता है या नहीं, इससे कब्जा करने वालों को कोई वास्ता नहीं है, बस सड़क को कब्जाने की होड़-सी मची हुई है।
चार प्रमुख चौराहों पर ऐसे हालात
उखरी चौक पर जो मार्केट बने हैं, उनमें ग्राहकों के वाहन रास्ते में परेशानी बढ़ाते हैं। अग्रसेन चौक पर तो फुटपाथ के साथ दोनों हिस्सों पर कब्जे हैं, जिससे वाहन चालक को तीन हिस्सों से निकलने में एक-एक पग भारी होता है। अहिंसा चौक पर सिग्नल तो लग गए, लेकिन इसके बाएँ किनारे को क्लियर नहीं किया गया, इसका नतीजा यह है कि यहाँ सिग्नल लगने के बाद ट्रैफिक पटरी पर नहीं आ सका है। यहाँ भी अतिक्रमण से खासी समस्या पैदा होती है। दीनदयाल चौराहे पर तो ऑटो से लेकर सब्जी के ठेलों तक सबका कब्जा है।
एक भी हिस्सा कब्जों से नहीं बच सका
पूरे विजय नगर एरिया में फोरलेन सड़क सर्विस रोड के साथ है, लेकिन मुख्य सड़क के साथ सर्विस रोड को भी अस्थायी अतिक्रमणों ने निगल लिया है। एक हिस्से की सर्विस रोड को अस्थायी चौपाटी ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। इस एरिया में जो भी सर्विस रोड हैं, उनमें ट्रैफिक पूरी तरह से इसलिए चालू नहीं है, क्योंकि इनमें हर कुछ सौ मीटर के बाद बाधा है। कहीं निर्माणाधीन मकानों की सामग्री पड़ी है तो कहीं इस तरह से सर्विस रोड पर कब्जा िकया कि उसको अघोषित रूप से ब्लॉक ही कर दिया गया है।